भोजपुर के हरवंश उच्च विद्यालय चांदी में एग्रीकल्चर की पढ़ाई जल्द ही शुरू की जायेगी . इस दिशा में जिला शिक्षा पदाधिकारी अवनीन्द्र कुमार सिन्हा ने उचित कार्यवाई कर सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है. राज्य सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने जिले के सबसे पुराने विद्यालय को कृषि से जुड़ी पढ़ाई के लिए चयनित किया है.
शिक्षा पदाधिकारी अवनीन्द्र कुमार सिन्हा ने बताया कि सरकार ने जिले के एक विद्यालय में एग्रीकल्चर की पढ़ाई शुरू करने हेतु चयन कर प्रस्ताव मांगा था . अधिकारियों द्वारा की गई जांच में हरवंश विद्यालय चांदी को कृषि विज्ञान से जुड़ी पढ़ाई के लिए सबसे उपयुक्त माना गया . लगभग सात एकड़ में फैले इस विद्यालय में वर्तमान में 2065 छात्र छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं . विद्यालय में भवन के साथ साथ प्रयोगशाला,कम्प्यूटर कक्ष,पुस्तकालय, शौचालय,खेलकूद,संगीत,चित्रकला जैसी कई अन्य सुविधाएं भी पर्याप्त हैं.
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इस बाबत प्रधानाध्यापक जनार्दन पासवान ने बताया कि छात्र छात्राओं को हर तरह के संसाधन उपलब्ध कराए जायेंगे . इससे जिले में आधुनिक तकनीक से खेती करने व व्यावसायिक शिक्षा का मौका भी मिलेगा . प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश चौधरी ने इस बाबत ख़ुशी जाहिर करते कहा कि आज कृषि क्षेत्र में नई तकनीकी अनिवार्य हो चली है . विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र व पत्रकार दीपक कुमार सिंह ने इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को साधुवाद देते कहा कि कृषि अध्यापन शुरू कराने से कोइलवर प्रखंड के छात्रों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा . जो उनके भविष्य में आर्थिक स्थिति मजबूत करने के साथ साथ सरकारी नौकरी में भी सहायक होगा .
कोइलवर से आमोद कुमार