बाढ़ के बाद की ज़रूरी सावधानियाँ –
बाढ़ आने के बाद नदी का जल स्तर कम होने के साथ समस्याएँ भी कम नहीं होतीं, बल्कि प्रायः बाढ़ के तुरंत बाद लोगों की समस्याएँ एक बार बढ़ती हैं और ऐसे में अगर ध्यान ने दिया जाए तो अनेक प्रकार की बीमारियों की संभावना भी रहती है. यह भी देखा गया है की अक्सर बाढ़ में होने वाली मौतों से अधिक मौतें बाढ़ के बाद होती हैं, इसलिये कुछ ज़रूरी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है.
• पूरी तरह साफ़ – सफाई के बाद ही घर में पुनः प्रवेश करें.
• बाढ़ में मृत जानवरों को उचित स्थान पर (जैसे गड्ढों में) दफ़ना देना चाहिए. मृत जानवरों से बीमारी फैलने का ख़तरा रहता है.
• साफ़ पेयजल का प्रयोग करें, दूषित पेयजल बीमारी का कारण बन सकता है. बिना सफाई के हैंडपंपों का पानी न पियें.
• आस पास की गंदगी की जल्दी से जल्दी सफाई कराएं या प्रशासन को इसके लिए सूचना दें .
• बच्चे बीमारी का जल्द शिकार होते हैं, अतः बच्चों पर विशेष ध्यान दें और समय समय पर Doctors की सलाह भी लें.
• गर्भवती या नव-प्रसूता महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें और उन्हे किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाएँ.
• बिजली के तारों या उपकरणों को बिना जाँच के न छूयेँ या प्रयोग करें, इनमे करेंट हो सकता है.
• बाढ़ से जो भी ज़रूरी कागजात नष्ट हो गए हों उनका नवीनीकरण कराएं
• बाढ़ राहत संबंधी अपने अधिकारों की जानकारी के किए ज़िला प्रशासन या संबंधित विभागों से संपर्क करें ।
• ऐसी बाढ़ भविष्य में पुनः आ सकती है – ऐसा मानकर अपनी तैयारी रखें
अनुज तिवारी,वरीय सलाहकार,बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण,पटना