नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू बिहार की थी नंबर वन पार्टी
एनडीए को कुल मिलाकर 13 सीट मिला
कांग्रेस ने इस बार भाजपा के गढ़ बेगूसराय में लगा दिया सेंध
हाल के सालों में जेडीयू तीसरे नंबर की पार्टी बनकर रह गई है। लगातार जेडीयू यह प्रयास कर रही है कि वह दूसरे या तीसरे नंबर की पार्टी बन जाए लेकिन, बिहार में हाल के दिनों में हाल के सालों में जो भी चुनाव हुए उसमें पार्टी का परफॉर्मेंस लगातार गिरता रहा है और हालत यह हो गई कि तीसरे नंबर से वह आगे नहीं बढ़ रही हैं। एक बार फिर से बिहार विधान परिषद स्थानीय निकाय चुनाव में जेडीयू तीसरे नंबर नंबर पर आई है। इस बार भाजपा पहले नंबर पर है, आरजेडी दूसरे नंबर पर है और जेडीयू तीसरे नंबर पर है यानी कि जेडीयू के तीसरे नंबर का चक्कर अभी भी खत्म नहीं हुआ है।
- जानिए किसे कितनी सीटें मिली
- भाजपा – 7
- राजद – 06
- जदयू – 05
- एलजेपी – 01
- कांग्रेस – 01
- निर्दलीय – 04
बिहार विधान परिषद स्थानीय निकाय के चुनाव 24 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा को 7 सीट मिले हैं। वही आरजेडी को 6 सीट मिले हैं। जेडीयू तीसरे नंबर पर है यानी कि उसे मात्र 5 सीटें मिले है। विधान परिषद स्थानीय निकाय चुनाव में निर्दलीयों ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है। बिहार में निर्दलीय 4 सीट पर जीते है। तो कांग्रेस ने इस बार बीजेपी के गढ़ बेगूसराय में सेंध लगा दिया है। कांग्रेस के उम्मीदवार बेगूसराय से जीतकर विधान परिषद पहुंचने में सफल रहे है। पशुपति पारस की लोजपा ने भी 1 सीट जीतने में कामयाबी हासिल की है।
यह तो बात हुई कि इस चुनाव में किन किन दलों को कितनी कितनी सीटें मिली हैं। अब NDA की बात करें तो इसमें एनडीए को कुल मिलाकर 13 सीट मिला है। वही, यदि महागठबंधन विपक्षी दल की बात करें तो कांग्रेस मिलाकर उन्हें 7 सीट मिला है और बाकी चार पर निर्दलीय काबिज हो गए हैं। जेडीयू के साथ ही स्थिति यह है कि इस चुनाव में भी जेडीयू ने कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया। विधानसभा चुनाव से लगातार तीसरे नंबर की पार्टी का दंश झेल रहा जेडीयू विधान परिषद में भी से इससे उबर नहीं पाया। इस चुनाव में भी जेडीयू को तीसरा दर्जा ही मिला है।