छात्र चुनाव में उड़ रही है आचार संहिता की धज्जियां
पोस्टरों और नारों से पटा है विवि
पटना नाउ exclusive.
फ़ोटो फीचर के जरिये खुद देखिये आचार संहिता के लिए कितना है सजग विवि प्रशासन
आरा, 29 जनवारी. VKSU आरा ने छात्र हितों के लिए राजभवन के आदेश के आलोक में छात्र चुनाव की तिथि तो घोषित कर दी लेकिन चुनाव आचार संहिता के नियमो को ताख पर रखा जा रहा है. 18 फरवरी को चुनाव होने हैं ऐसे में आचार संहिता के हिसाब से किसी भी छात्र संगठन या पार्टी का पोस्टर, बैनर या दिवाल लेखन पर नाम नही होना चाहिए. विवि से लेकर सम्बंधित कॉलेजो में ये नियम लागू होते हैं. लेकिन इस नियम के ठीक उलट कॉलेजो की कौन कहे वीर कुँवर सिंह विवि ही नारों पोस्टरों से पटा पड़ा है.
विवि परिसर में पटना नाउ ने अचार संहिता का कितना पालन हो रहा है ये जानने के लिए विवि का भ्रमण किया तो परिसर में घुसते ही आमने सामने पड़ने वाले प्रशासनिक भवनो, विश्वामित्र शैक्षणिक भवन और शेरशाह प्रशासनिक भवन की दीवारों पर पोस्टर और नारा लिखा मिला. वहां से जब आगे बढ़े तो भोजपुरी भवन, बीएड, राधाकृष्णन भवन, और नूतन परिसर से लेकर विज्ञान भवन तक ABVP और AISA के नारों से कैम्पस पटा पड़ा था.
इतना ही नही बिजली का बोर्ड भी नही बचा था ऐसे पोस्टर और स्टीकर से. बिजली के बोर्ड पर NSUI का स्टीकर मिला. अभी तहकीकात खत्म नही हुई थी कि लौटते समय विवि परिसर में स्थित कुल सचिव के आवास पर नजर गयी तो उनके प्रवेश गेट पर भी पार्टी और नारे नजर आए.
विवि आने वाले पदाधिकारियो को न तो ये नारे नजर आते हैं और ना ही कोई पोस्टर. कैम्पस में फैली नारों और पोस्टरों की अराजकता अचार संहिता का स्पष्ट तौर पर उलंघन है. ऐसे में देखना यह दिलचस्प होगा कि संगठनों पर चुनाव आयुक्त कुछ निर्णय लेते है या फिर इन नारो को हटाने का खुद ही कोई उपाय करेंगे. ऐसे में कितना निष्पक्ष चुनाव होगा यह कहने की जरूरत नही है.
यह तो विवि कैम्पस का हाल है. इसके अंतर्गत आने वाले कॉलेजों में कितने नारे होंगे आप खुद ही अंदाज लगा सकते हैं. लेकिन सूत्रों की माने तो कुछ कॉलेजों में ऐसे नारे पोस्टर नही हैं क्योंकि अभी हाल में ही नैक से ग्रेडिंग लेने के लिए कॉलेजो में रंग-रोगन हुए थे जिसमें सारे पोस्टर और नारे मिट गए. बहरहाल विवि सवाल के घेरे में जरूर है.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट