आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों को भोजन के अलावा अब नाश्ता भी दिया जायेगा
• 3 से 6 वर्ष के बच्चों को नास्ते के साथ भोजन के रूप में दो बार पौष्टिक आहार दिया जाएगा
• कैलोरी बढ़ाने के लिए बच्चों को दिया जायेगा मौसमी फल
आरा, 27 मई. आंगनबाड़ी केंद्रों में नामांकित बच्चों को कुपोषण से दूर रखने के लिए सरकार नित नई योजनाओं को लागू करती है. इसी क्रम में अब जिले के आंगनबाड़ी केद्रों के नामांकित बच्चों की थाली को और भी पौष्टिक बनाने का निर्णय लिया गया है. समाज कल्याण विभाग ने आंगनबाड़ी केन्द्रों में नामांकित बच्चों को पोषाहार के रूप में कैलोरी एवं प्रोटीन युक्त भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से आवश्यक बदलाव किया है। अब बच्चों को और अधिक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने की अनुमति दी गई है. ज़िले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर तीन से छह वर्ष के बच्चों को नास्ते के साथ भोजन के रूप में दो बार पौष्टिक आहार दिया जाएगा. साथ ही, सप्ताह के सभी दिन नास्ते व खाने में अलग अलग भोजन देने का निर्णय लिया गया है. इसको लेकर आईसीडीएस निदेशालय ने के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है.
बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जाता है :
आईसीडीएस की डीपीओ माला कुमारी ने बताया, जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मेन्यू तीन से छह वर्ष के बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में भोजन उपलब्ध कराया जाता है। ताकि बच्चे स्वस्थ व तंदुरुस्त रहे। इसके लिए समयानुसार आवश्यक पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है। बदलते समय के अनुसार आईसीडीएस विभाग ने पूरक आहार की गतिविधियों में बदलाव किया है। जिसके मद्देनजर अब बच्चों को प्रतिदिन नास्ते व भोजन में प्रोटीन व कैलोरी युक्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा जारी आवश्यक दिशा-निर्देश के अनुसार बच्चों को नास्ते में केला, पपीता, मौसमी फल, दूध, अंकुरित चना व गुड़, भुना हुआ चना और मूंगफली जैसे पदार्थ दिए जाएंगे। सप्ताह के अलग-अलग दिवस पर अलग-अलग खाद्य पदार्थ बच्चों को नास्ते के रूप में दिया जाएगा। इसके अलावा बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूरक आहार से संबंधित भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा.
पौष्टिक और कैलरीयुक्त पोषाहार जरूरी :
राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समन्वयक पियूष पराग यादव ने कहा, पौष्टिक और कैलरीयुक्त पोषाहार नवजात शिशुओं एवं मासूम बच्चों के पोषण के लिए अतिआवश्यक है. उन्होंने बताया, विभागीय निर्देश के आलोक में अब सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर नए पूरक पोषाहार के रूप में बच्चों को चावल का पुलाव, रसिया, खिचड़ी, आलू-चना सब्जी के साथ चावल, सोयाबीन, सब्जी व चावल, कद्दू दाल या साग, दाल के साथ चावल परोसा जाएगा। साथ ही, बच्चों को मौसमी फल भी दिए जाएंगे। ताकि, बच्चों के शरीर में प्रोटीन और कैलोरी में इजाफा हो सके। साथ ही, स्वास्थ्य भी बेहतर होता है. उन्होंने कि पूरक पोषाहार के अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक दिन का विशेष पोषाहार अभियान चलाया जाएगा. जिसमें बच्चों के साथ गर्भवती व धात्री महिलाओं को भी पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रतिदिन उपस्थित होने वाले लाभुकों के आधार पर पोषण राशि का भुगतान किया जाएगा।