गौलियों की बौछार से दुबके लोग, भटटा का मुंशी घायल
आरा, 21 अक्टूबर. भोजपुर में इन दिनों एक ऐसे ‘हीरो’ की चर्चा है जिसके नाम से लोग खौफ खाते हैं. जी हां ‘हीरो’ अपराध जगत का एक ऐसा उभरता सितारा है, जिसने बहुत ही कम उम्र में कई घटनाओं को अंजाम दे भोजपुर पुलिस का सिर दर्द बना हुआ है. नाम ‘हीरो’ तेवर भी हीरो वाला… लेकिन काम ‘विलेन- वाला’. लूट,हत्या,फिरौती,रंगदारी और धमकी…यही पेशा है अपराध के उभरते इस सितारे हीरो का जिसका नाम भी ‘हीरो’ ही है. फिल्मी स्टाइल की तरह वह घटनाओं को अंजाम देने के बाद अपने नाम का कार्ड छोड़ कर चला जाता है या यूं कहें कि घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह अपनी पहचान छोड़ भोजपुर पुलिस को एक चैलेंज दे जाता है और अंडरग्राउंड हो जाता है कुछ दिनों के लिए, जिसे पुलिस खोजते-खोजते परेशान हो जाती है. उसकी इस शातिर अंदाज ने उसे कुख्यात अपराधियों का अब सरगना बना दिया है.
आज शहर एक बार फिर हीरो के खौफ से सहम उठा जब उसने एक ईंट भट्ठा पर काम कर रहे मुंशी को रंगदारी की मांग कर नही देने पर गोली मार कर जख्मी कर दिया. कुख्यात हीरो ने ईट भट्ठा मुंशी को न सिर्फ गोली मारी बल्कि दहशत फैलाने के लिए करीब 15 राउंड फायरिंग भी की और अपने आतंक का खौफ जमाने के लिए हीरो लिखा हुआ कार्ड फेंक कर वहां से हथियार लहराते हुए फरार हो गया.
सूत्रों की माने तो घटना उस समय घटी जब नगर थाना क्षेत्र के धनुपरा के समीप स्थित जेपी ईट भट्ठा पर मुंशी का काम कर रहे मंतोष कुमार पर अपराधी मनीष सिंह उर्फ हीरो आ धमका और अंधाधुंध फायरिंग करने लगा. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जख्मी मुंशी को तत्काल इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया, जहां फिलहाल उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. वह मुफ्फसिल थाने के पिपरहियाँ गांव का निवासी है.
इस फायरिंग की घटना में ईट भट्ठा पर मुंशी का काम कर रहे मंतोष कुमार को गोली लग गई जिससे वह बुरी तरह से जख्मी हो गया घटना के बाद घटना के बाद वहां मौजूद लोगों ने उसे तत्काल इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया. फिलहाल चिकित्सकों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है बहरहाल घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच पूरे मामले की छानबीन में जुट गई.
बताते चलें कि हाल में कुख्यात हीरो जेल से छूटा था जिसके बाद उसने एक साथ एक ही दिन में तीन जगह गोलियों की बौछार कर अपने नाम का दहशत फैला दिया. इस दौरान उसने दो लोगों को अपने गोलियों का शिकार भी बनाया जिसमे एक की मौत भी हो गयी थी. शहर में पुलिस ने उसके बाद उसके तलाश में लगातार स्वीप अभियान भी आने वाले पर्व-त्योहारों के दौरान विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए चलाया. इसका फायदा तो यह रहा कि शहर तो शांत रहा लेकिन दशहरा खत्म होते ही हीरो ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज करा शहर वासियों के लिए जहाँ मुश्किलें खड़ी कर दी है वहीं पुलिस की सिरदर्द फिर से बढ़ा दी है.
आरा से ओ पी पांडेय की रिपोर्ट