आपत्तिजनक आरोप लगाने वाले संविदा शिक्षक को सेवामुक्त करने की मांग

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर भोजपुरी विभाग के फेसबुक पेज हैक मामले में जैन कॉलेज के संविदा शिक्षक तथा अखिल भारतीय राष्ट्रीय स्नातक संघ के अमित कुमार को भोजपुरी विभागाध्यक्ष प्रो दिवाकर पाण्डेय तथा कुलपति प्रो शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी पर अवांछित आरोप लगाए जाने का दोषी करार देते हुए हुए विभाग के पूर्ववर्ती छात्र संघ तथा विभागाध्यक्ष ने तत्काल सेवामुक्त करने की मांग की है। ज्ञात हो कि पेज हैकिंग के मामले में पेज संचालित करने वाले विभाग के शोध छात्रों ने 4 अप्रैल को फेसबुक को रिपोर्ट की तथा 25 अप्रैल को साइबर क्राइम सेल में प्राथमिकी दर्ज करवाई गई थी।

मामले के पुलिस अनुसन्धान के बीच ही अमित कुमार ने 30 अप्रैल को मीडिया के माध्यम से यह बयान दिया कि फेसबुक पेज मामले के दोषी विभागाध्यक्ष ही हैँ और उनके तबादले की मांग की। पूर्ववर्ती छात्र संघ ने इसे सम्पूर्ण भोजपुरी समाज तथा वीर कुंवर सिंह का अपमान बताया तथा कुलपति एवं विभागाध्यक्ष के प्रति दुर्भावना से प्रेरित बताया। साथ ही इसे चल रहे पुलिस अनुसन्धान में हस्तक्षेप तथा प्रभावित करने वाला बताते हुए उचित कार्रवाई की मांग की। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एक प्राथमिकी वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय प्रशासन ने साइबर थाने में आई टी एक्ट 2000 के तहत दर्ज करवाई है। विभागाध्यक्ष ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि अमित कुमार ने अनुचित ढंग से पीएचडी में प्रवेश लिया है तथा नौकरी में रहते हुए बिना छुट्टी लिए कोर्सवर्क किया है। पूर्ववर्ती छात्र संघ ने लिखा है कि अमित कुमार ने सब कुछ जानते हुए जिस तरह मीडिया में दुष्प्रचार फैलाया है तथा भोजपुरी विभाग के शोध छात्रों के लिए अभद्र भाषा का व्यवहार किया है वह किसी राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित है जिसके पीछे शिक्षा विरोधी तत्त्व शामिल हैँ जिनके नामों का खुलासा माफीनामा के साथ करना चाहिए। सरकारी सेवा में रहते हुए स्वतंत्र संगठन चलाया जाना और उसका इस्तेमाल विद्वेष फैलाने में करना नियमविरुद्ध है। भोजपुरी आंदोलन से जुड़े कई अन्य संगठनों के व्यक्तियों ने भी सोशल मीडिया पर इस प्रकरण पर दुख व्यक्त करते हुए इसे भोजपुरी माई तथा वीर कुंवर सिंह की गरिमा को क्षति पहुँचाने वाला बताया है।




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