- बिहार ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में पूरे विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया है- प्रो चन्द्रशेखर
पटना के विश्वेश्वरैया भवन में आपदा प्रबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि यह कार्यक्रम सभी कार्यक्रमों से महत्वपूर्ण है और इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें. उन्होनें लोगों से अपील किया कि सभी लोग आज प्राप्त जानकारी को अपने परिवार एवं पड़ोसियों तक भी पहुंचायें. तेजस्वी यादव ने अभियंताओं एवं राज-मिस्त्रियों को दिए जा रहे प्रशिक्षण कि आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए जरुरी बताया.
आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर ने कहा कि बिहार राज्य ने आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में पूरे विश्व में कीर्तिमान स्थापित किया है और पूरे विश्व में पहला राज्य बन गया है जिसने आपदा जोखिम न्यूनीकरण का रोडमैप तैयार किया है. आपदा प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गयी है. उन्होनें कहा कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा समय- समय पर आपदा प्रबंधन को पूर्ण समर्थन प्रदान किया गया है.उन्होनें प्राधिकरण द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की. उन्होनें यह भी कहा कि आपदा में मारे गए किसी भी व्यक्ति के पीछे उसका पूरा परिवार होता है अतः आपदा में हर किसी की जान बचाना आवश्यक होता है.
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी ने कहा कि मॉक ड्रिल की महत्ता को समझना जरूरी है, भूकम्प जैसी प्राकृतिक आपदा में कोई early warning system कार्य नहीं करते हैं अतः झुको , ढको और पकड़ो का निरंतर अभ्यास किया जाना चाहिए. उन्होने प्राधिकरण द्वारा जारी 2017 के आपदा जोखिम न्यूनीकरण कैलेंडर के महत्व को बताते हुए कहा कि इसका उपयोग स्कूलों के बच्चों के माध्यम से किया जाएगा . उन्होनें कहा की सभी लोग अपने अपने घरों में भी भूकंप सुरक्षा के उपायों को बतायें. प्राधिकरण के सदस्य डॉ. उदय कांत मिश्र ने कुछ महत्वपूर्ण उदाहरणों एवं उद्धरणों के माध्यम से ये बताया की किस प्रकार पूर्व में आपदा के समय “क्या करें – क्या न करें” की जानकारी रखने वालों ने न केवल अपनी जान बचायी बल्कि अन्य हज़ारों लोगों की जान भी बचायी.
विश्वेश्वरैया भवन के भूतल पर इस मॉक ड्रिल के लिए एक विशेष कंट्रोल रूम बनाया गया जिसमें माननीय उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, माननीय मंत्री आपदा प्रबंधन प्रो. चन्द्रशेखर, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य डॉ. उदय कांत मिश्र, अग्नि शमन सेवा एवं गृह रक्षा वाहिनी के महानिदेशक पी एन राय, आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव अनिरुद्ध कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों ने मॉक ड्रिल का अवलोकन किया. प्राधिकरण द्वारा मॉक ड्रिल्स के लिए पर्यवेक्षकों की एक टीम का भी गठन किया गया है जो अपनी रिपोर्ट प्राधिकरण को प्रस्तुत करेगी. इस मॉक ड्रिल के नोडल पदाधिकारी प्राधिकरण के वरीय सलाहकार डॉ. शंकर दयाल थे.
सायरन की आवाज के साथ शुरू हुआ मॉक ड्रिल
सायरन द्वारा 3 बजे भूकंप आने की घोषणा होने के बाद सभी कार्यालयों में “झुको ढको पकड़ो” का अभ्यास किया गया और उसके बाद अपना सिर ढकते हुए सुरक्षित स्थान तक आए. इसके पश्चात सभी विभागों के नोडल पदाधिकारियों ने अपने अपने विभागों के लोगों की गणना कर रिपोर्ट किया. मॉक ड्रिल के अंतर्गत भूकंप में घायल दो व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के पश्चात अस्पताल ले जाने का प्रदर्शन किया गया.जिसमें कई विभागों के कर्मचारी और अधिकारियों ने शिरकत की .
कार्यक्रम के दौरान बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा तैयार किया गया (दीवाल एवं टेबल) आपदा जोखिम न्यूनीकरण कैलेंडर 2017 माननीय मंत्री आपदा प्रबंधन द्वारा माननीय उप मुख्य-मंत्री को भेंट किया गया.
इस अवसर पर आपदा प्रबंधन विभाग से संदीप कुमार एवं अविनाश कुमार, प्राधिकरण से वरीय सलाहकार अजित समैयार एवं अनुज तिवारी, वरीय संपादक मोनीषा दूबे, परियोजना पदाधिकारी डॉ. मधुबाला, डॉ. पल्लव कुमार, डॉ. जीवन कुमार और वरीय शोध पदाधिकारी प्रवीण कुमार आदि उपस्थित थे . कार्यक्रम का संचालन प्राधिकरण के वरीय सलाहकार अनुज तिवारी ने किया .
विश्वेश्वरैया भवन में आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार सरकार एवं बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा संयुक्त रूप से भूकम्प से सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इसका आयोजन भूकंप सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत किया गया. 15 – 21 जनवरी तक पूरे राज्य में भूकंप सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा. इस सप्ताह के दौरान पूरे राज्य में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.