श्रीराम का देश कह कर लाये थे पूर्वजों को 150 साल पहले क्रूर अंग्रेज
क्या बल, बुद्धि और विद्या देंगे हनुमान
पूर्वजो ने हर संकट में पढ़ा हनुमान चालीसा, अब नई पीढ़ी ने इसे हार्ड रॉक में ढाला
बल, बुद्धि और विद्या बिखेरने आ रहा है गिरमिटिया वंशजों द्वारा निर्मित “श्री हनुमान चालीसा”
इस रामनवमी धूम मचायेगा गिरमिटीया वंशजों का हनुमान चालीसा
patna now Special
पटना, 28 मार्च (ओ पी पाण्डेय). मंगलवार को मंगलकारी बनाने के लिए लोग सबसे शक्तिशाली आराध्य देव पवन पुत्र हनुमान की आराधना करते हैं. ये वैसे आराध्य देव हैं जिन्हें अपनी शक्ति का खुद अंदाजा नही है लेकिन जब भक्त उनका सुमिरन करने लगते हैं तो उन्हें अपने शक्ति का एहसान हो जाता है और वे अपने बजरंग रूप में आकर इतने प्रबल हो जाते हैं कि भक्तों के सारे कष्ट को हर लेते हैं. यही कारण हैं कि पवन कुमार बजरंगबली और हनुमान भी कहे जाते हैं. अष्ट सिद्धि और नौ निधि के दाता पवन कुमार को जगाने के लिए कुछ और नही बल्कि हनुमान चालीसा का पाठ ही काफी है. उनकी प्रबलता का इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि बल, बुद्धि और विद्या को बढ़ाने वाले हनुमान 9 ग्रहों से घिरे अपने भक्तों के कष्ट को भी छूमंतर कर देते हैं.
वैसे तो हनुमान चालीसा हजारों साल से गया जा रहा है. कई धुन में हनुमान चालीसा कई तरह के वाद्य यंत्रों के युगलबन्दी के बीच गाया गया है. लेकिन आज इस हनुमान चालीसा के गाने वाले खास इसलिए हैं क्योंकि ये कोई और नही बिहार की धरती के वे लोग हैं जिन्हें गिरमिटिया बनाकर अंग्रेजों ने हमसे दूर कर दिया था. लेकिन दूर देश मे बसने के बाद भी उन्होंने अपनी संस्कृति और जडों को नही छोड़ा बल्कि उसे निरन्तर इतना सींचा कि उन गिरमिटिया की पाँचवी पीढ़ी ने विश्व पटल के लिए एक नए धुन में हार्ड रॉक के साथ हनुमान चालीसा को गाया और इसका वीडियो निर्माण भी कर डाला. दायरा नाम से तैयार गाने के इस बैंड का गाया हनुमान चालीसा आज विश्व पटल के लिए आज रिलीज हो रहा है. मंगलवार का शुभ दिन और रामनवमी के ठीक दो दिन पहले प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमान का सुमिरन क्या गुल खिलायेगा ये तो हनुमान ही बताएंगे पर फिलहाल हाजिर है श्री हनुमान चालीसा हम सबके लिए तो आइए इसे आज सुनते हैं और बल, बुद्धि ,विद्या की गुहार पवन पुत्र से लगाते हैं क्या पता गिरमिटिया के इस पुकार को वे सुन विश्व का कल्याण कर दें.
देखिए श्री हनुमान चालीसा का टीजर 👇
दायरा म्यूजिक” (यूरोपियन बैंड) का चैनल कर रहा रिलीज़
सात समुन्दर पार बैठे गिरमिटीया वंशज “श्री हनुमान चालीसा “ को पहली बार हार्ड रॉक वर्जन में लेके आ रहे हैं. ये हनुमान चालीसा भारतीय संस्कृति और सभ्यता को वैश्विक पटल पर मजबूती से रखने के प्रयास है. इस हनुमान चालीसा का रिलीज़ 28 मार्च 2023 को रामनवमी एवं हनुमान जयंती के उपलक्ष्य में रखा गया है जो “दायरा म्यूजिक” (यूरोपियन बैंड) के चैनल से रिलीज़ होगा. इसे बनाने में मुख्यतः राज मोहन जो नीदरलैंड वासी चौथी पीढ़ी के गिरमिटिया वंशज हैं, मानव-डी जो सूरीनामवासी पांचवीं पीढ़ी के गिरमिटिया वंशज और बिहार के आरा निवासी फिल्मकार देवेन्द्र सिंह हैं. इस हनुमान चालीसा का म्यूजिक कम्पोजीशन यूरोप में हुआ है जबकि इसकी शूटिंग भारत, नीदरलैंड(यूरोप) और सूरीनाम(दक्षिण अमेरिका) में हुयी है.
श्रीराम का देश कह कर लाये थे 150 साल पहले क्रूर अंग्रेज
“श्री हनुमान चालीसा” दायरा म्यूजिक के मुख्य रैप गायक मानव-डी का कहना है कि आज से ठीक डेढ़ सौ साल पहले 1883 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से मेरे पूर्वजों को गिरमिटिया मजदुर बनाकर समुंद्री जहाज में बिठा श्रीराम के देश कहके दक्षिण अमेरिकी देश सूरीनाम लेकर आये. हमारे पूर्वज अपने साथ इस दूर देश में श्रीराम का नाम, अपनी संस्कृति,भाषा,जड़ी-बूटी,पहनावा,खान-पान और एक हनुमान चालीसा लेकर आये थे. हनुमान चालीसा पाठ उन्हें कठिन समय में शक्ति देता था जो आज भी उनकी पांचवीं,छठी पीढ़ी को भी प्रेरणा और शक्ति दे रहा है. इसलिए हम हनुमान चालीसा को इतने बड़े स्तर का बनाना चाह रहे थे. हम आज खुश हैं की हम अपने प्रयास में सफल हैं. ये हमारे पूर्वजों, हमारे अस्तित्व और हमारी पहचान का प्रतीक है.
नीदरलैंड के पॉपुलर सिंगर राज मोहन क्या कहते हैं
“श्री हनुमान चालीसा” के मुख्य गायक राज मोहन के अनुसार हार्ड रॉक वर्जन में हनुमान चालीसा का निर्माण अपने आप में बहुत चुनौतीपूर्ण कार्य है. मेरे शिष्य मानव-डी ये आईडिया लेकर मेरे पास आये थे. चौथी पीढ़ी का गिरमिटिया वंशज होने के नाते मैं भी जनता हूँ कि जब भी हमारे पूर्वजों पर कोई विपति आई उनका सहारा “हनुमान चालीसा“ होता था.
हमने इसमें हनुमान जी के विकट रूप को ध्यान में रख कर संगीत और विडियो का निर्माण किया है. वैसे भी अभी पूरा विश्व तरह-तरह की उलझनों में हैं हनुमान जी की दया दृष्टि रही तो पूर्ण विश्व में स्थायित्व एवं शांति स्थापित होगी.
भारत में दायरा के प्रोडक्शन और मीडिया हेड देवेन्द्र से बातचीत
भारत में दायरा म्यूजिक के प्रोडक्शन और मीडिया हेड देवेन्द्र सिंह के अनुसार अभी तक हनुमान चालीसा को इतने बृहत् और विस्तृत रूप में नही बनाया गया है. इसमें शामिल कलाकार पुरे विश्व के कोने-कोने से हैं. म्यूजिक और विडियो की गुणवत्ता का खासा ख्याल रखा गया है ताकि ये आज के वैश्विक परिपेक्ष्य में ये बेहतर साबित हो. पुरे प्रोजेक्ट में ये अचंभित करने वाला था की आज से लगभग डेढ़ सौ साल पहले भारत से विभिन्न उपनिवेशों में ले जाये गए भारतवंशियों के वंशज अपनी सभ्यता और संस्कृति को लेके इतने सजग और जागरूक हैं कि अपनी जड़ों से इतने दूर होने के बाद भी सबकुछ समेट के बचा रखे हैं. अभी भी अपनी सभ्यता संस्कृति को अपने सीने से लगा कर रखें है. मुख्य कलाकारों में राज मोहन, मानव–डी , शैलेश बहोरन और बाल कलाकार रिदा सिंह शामिल हैं. बाल कलाकार रिदा ने इसके पूर्व एक म्यूजिक वीडियो में भी काम किया था जो एक पिता-पुत्री के सम्बंध पर आधारित था. रिदा का भी जड़ आरा से जुड़ा है जो गोवा रहती है और उसकी यह अंतरष्ट्रीय स्तर पर पहली प्रस्तुति है.
अब देखना यह होगा कि सात समंदर पार से गिरमिटिया की चौथी और पांचवी पीढ़ी की पुकार को क्या पवन कुमार सुन पाते हैं? क्या अपने भव्य रूप में कोई करतब नवमी से पूर्व जागृत हो दिखाते हैं?