जय श्री महाकाल
*अथ पंचांगम्*
*दिनाँक -: 25/12/2017,सोमवार*
पौष , शुक्ल पक्ष
सप्तमी
“”””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि————सप्तमी26:43:12 तक
पक्ष—————————–शुक्ल
नक्षत्र—–पूर्वाभाद्रपदा25:08:52
योग—————सिद्वि07:24:40
योग———-व्यतापता30:44:33
करण————–गरज14:24:36
करण———–वाणिज26:43:12
वार————————–सोमवार
माह (पूर्णिमांत)—————-पौष
चन्द्र राशि——–कुम्भ18:52:02
चन्द्र राशि———————–मीन
सूर्य राशि————————-धनु
रितु निरयन——————–हेमंत
रितु सायन——————–शिशिर
आयन———————उत्तरायण
संवत्सर———————हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)———–साधारण
विक्रम संवत—————–2074
विक्रम संवत (कर्तक)——-2074
शाका संवत——————19
सूर्योदय—————–07:08:38
सूर्यास्त——————17:30:07
दिन काल—————10:21:28
रात्री काल————–13:38:56
चंद्रोदय——————11:46:22
चंद्रास्त——————23:45:24
लग्न– धनु9°20′ , 249°20′
सूर्य नक्ष्र————————-मूल
चन्द्र नक्ष्र————–पूर्वाभाद्रपदा
नक्षत्र पाया———————ताम्र
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
सो—-पूर्वाभाद्रपदा 12:32:26
दा—-पूर्वाभाद्रपदा 18:52:04
दी—-पूर्वाभाद्रपदा 25:08:52
*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 09 ° 29 ‘ मूल , 3 भा
चन्द्र=कुम्भ24 ° 28′ पू oभा o’ 2 सो
बुध=वृश्चिक 19 ° 14 ‘ ज्येष्ठा ‘1 नो
शुक्र=धनु 05° 26’ मूल 2 यो
मंगल=तुला 15 ° 07 ‘स्वाति ‘2 रे
गुरु=तुला 21 ° 30′ विशाखा , 1ती
शनि=धनु 06 ° 37’ मूल ‘2 यो
राहू=कर्क 23 ° 21 ‘आश्लेषा , 3 डे
केतु=मकर 23 ° 21 ‘धनिष्ठा, 1 गा
🚩💮🚩शुभा$शुभ मुहूर्त🚩💮🚩*
राहू काल 08:26 – 09:44अशुभ
यम घंटा 11:02 – 12:19अशुभ
गुली काल 13:37 – 14:55अशुभ
अभिजित 11:59 -12:40शुभ
दूर मुहूर्त 12:40 – 13:22अशुभ
दूर मुहूर्त 14:44 – 15:26अशुभ
🚩पंचक अहोरात्र अशुभ
💮चोघडिया, दिन
अमृत 07:09 – 08:26शुभ
काल 08:26 – 09:44अशुभ
शुभ 09:44 – 11:02शुभ
रोग 11:02 – 12:19अशुभ
उद्वेग 12:19 – 13:37अशुभ
चाल 13:37 – 14:55शुभ
लाभ 14:55 – 16:12शुभ
अमृत 16:12 – 17:30शुभ
🚩चोघडिया, रात
चाल 17:30 – 19:12शुभ
रोग 19:12 – 20:55अशुभ
काल 20:55 – 22:37अशुभ
लाभ 22:37 – 24:20*शुभ
उद्वेग 24:20* – 26:02*अशुभ
शुभ 26:02* – 27:44*शुभ
अमृत 27:44* – 29:27*शुभ
चाल 29:27* – 31:09*शुभ
💮होरा, दिन
चन्द्र 07:09 – 08:00
शनि 08:00 – 08:52
बृहस्पति 08:52 – 09:44
मंगल 09:44 – 10:36
सूर्य 10:36 – 11:28
शुक्र 11:28 – 12:19
बुध 12:19 – 13:11
चन्द्र 13:11 – 14:03
शनि 14:03 – 14:55
बृहस्पति 14:55 – 15:47
मंगल 15:47 – 16:38
सूर्य 16:38 – 17:30
🚩होरा, रात
शुक्र 17:30 – 18:38
बुध 18:38 – 19:47
चन्द्र 19:47 – 20:55
शनि 20:55 – 22:03
बृहस्पति 22:03 – 23:11
मंगल 23:11 – 24:20
सूर्य24:20* – 25:28
शुक्र 25:28* – 26:36
बुध 26:36* – 27:44
चन्द 27:44* – 28:54
शनि 28:53* – 30:01
बृहस्पति 30:01* – 31:09
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान——-पूर्व*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
*🚩अग्नि वास ज्ञान -:*
7 + 2 + 1=10 ÷ 4 = 2शेष
आकाश पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l
*💮 शिव वास एवं फल -:*
7 + 7+ 5 = 19 ÷ 7 = 5शेष
ज्ञानवेलायां = कष्ट कारक
*🚩 भद्रावास एवं फल-:*
रात्रि 26:44 से प्रारम्भ
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*बड़ा दिन
*गुरु गोविन्द सिंह जयन्ती
*पंo मालवीय जयन्ती
* ईसा मशी जयन्ती
*💮🚩💮शुभ विचार💮🚩💮*
माता शत्रुः पिता वैरी येन बालो न पाठितः ।
न शोभते सभामध्ये हंसमध्ये वको यथा ।।
।।चा o नी o।।
जो माता व् पिता अपने बच्चों को शिक्षा नहीं देते है वो तो बच्चों के शत्रु के सामान हैं। क्योंकि वे विद्याहीन बालक विद्वानों की सभा में वैसे ही तिरस्कृत किये जाते हैं जैसे हंसो की सभा मे बगुले।
*🚩💮🚩सुभाषितानि🚩💮🚩*
गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16
तमस्त्वज्ञानजं विद्धि मोहनं सर्वदेहिनाम् ।,
प्रमादालस्यनिद्राभिस्तन्निबध्नाति भारत ॥,
हे अर्जुन! सब देहाभिमानियों को मोहित करने वाले तमोगुण को तो अज्ञान से उत्पन्न जान।, वह इस जीवात्मा को प्रमाद (इंद्रियों और अंतःकरण की व्यर्थ चेष्टाओं का नाम ‘प्रमाद’ है), आलस्य (कर्तव्य कर्म में अप्रवृत्तिरूप निरुद्यमता का नाम ‘आलस्य’ है) और निद्रा द्वारा बाँधता है॥,8॥,
*💮🚩दैनिक राशिफल🚩💮*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।
🐏मेष
यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल होंगे। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। थकान रहेगी।
🐂वृष
कार्यपद्धति में सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। मानसिक बेचैनी रहेगी।
👫मिथुन
धार्मिक यात्रा संभव है। सत्संग का लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। परिवार की चिंता रहेगी। विवादों से दूर रहना चाहिए।
🦀कर्क
वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। लेन-देन में सावधानी रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। अर्थ प्राप्ति के योग बनेंगे।
🐅सिंह
वरिष्ठजन सहयोग करेंगे। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। पिता से व्यापार में सहयोग मिल सकेगा।
🙍🏻कन्या
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। व्यापार में वांछित उन्नति होगी।
⚖तुला
किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा।
🦂वृश्चिक
कानूनी अड़चन आ सकती है, सावधानी रखें। मेहनत अधिक होगी। विवाद से बचें। बुरी खबर मिल सकती है।
🏹धनु
मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। नए कार्यों से जुड़ने का योग बनेगा।
🐊मकर
स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। पुराने मित्र व संबंधी मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। मकान व जमीन संबंधी कार्य बनेंगे।
🍯कुंभ
यात्रा, नौकरी व निवेश मनोनुकूल रहेंगे। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। थकान रहेगी। भेंट व उपहार मिलेंगे। अनायास धन लाभ के योग हैं।
🐟मीन
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों से अपेक्षा न करें। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। पूजा-पाठ में मन लगेगा।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
साभार – पंडित श्री अजय दूबे
ज्योतिषाचार्य एवं वैदिक कर्मकांड आचार्य
महाकालेश्वर, उज्जैन
+918839926316