सुप्रभात
जय श्री महाकाल
अथ पंचांगम्
दिनाँक -: 02/01/2018,मंगलवार
पौष , शुक्ल पक्ष
पूर्णिमा
“””””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि————पूर्णिमा07:53:57 तक
तिथि———-प्रतिपदा 28:08:03
पक्ष—————————–शुक्ल
नक्षत्र————–आर्द्रा11:47:09
योग—————–इंद्रा25:01:45
करण————–भाव07:53:57
करण————बालव17:59:45
करण———–कौलव28:08:03
वार————————मंगलवार
माह—————————–पौष
चन्द्र राशि—– मिथुन 27:31:48
चन्द्र राशि———————- कर्क
सूर्य राशि————————-धनु
रितु निरयन——————–हेमंत
रितु सायन——————–शिशिर
निरयन——————-दक्षिणायन
सायन———————उत्तरायण
संवत्सर———————हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)———–साधारण
विक्रम संवत—————–2074
विक्रम संवत (कर्तक)——2074
शाका संवत——————1939
सूर्योदय—————–07:11:21
सूर्यास्त——————17:35:11
दिन काल—————10:23:50
रात्री काल————–13:36:23
चंद्रोदय——————18:04:25
चंद्रास्त——————31:30:33
लग्न—धनु 17°30′ , 257°30′
सूर्य नक्षत्र——————पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र———————आर्द्रा
नक्षत्र पाया———————रजत
पद, चरण
छ—-आर्द्रा 11:47:09
के—-पुनर्वसु 17:01:23
को—-पुनर्वसु 22:16:13
हा—-पुनर्वसु 27:31:48
ग्रह गोचर
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 17°30 ‘पू o षा o, 2 धा
चन्द्र=मिथुन 17 ° 03’ आर्द्रा ‘ 4 छ
बुध=वृश्चिक 23 ° 55 ‘ ज्येष्ठा ‘3 यी
शुक्र=धनु 17 ° 47’ पू o षा o 1 भू
मंगल=तुला 20 ° 07 ‘विशाखा ‘1 ती
गुरु=तुला 22 ° 33 ‘ विशाखा , 1ती
शनि=धनु 07 ° 07’ मूल ‘3 भा
राहू=कर्क 22 ° 58 ‘आश्लेषा , 2 डू
केतु=मकर 22 ° 58 ‘ श्रवण, 4 खो
शुभा$शुभ मुहूर्त
राहू काल 14:59 – 16:17अशुभ
यम घंटा 09:47 – 11:05अशुभ
गुली काल 12:23 – 13:41अशुभ
अभिजित 12:02 -12:44शुभ
दूर मुहूर्त 09:16 – 09:58अशुभ
दूर मुहूर्त 23:02 – 23:43अशुभ
चोघडिया, दिन
रोग 07:11 – 08:29अशुभ
उद्वेग 08:29 – 09:47अशुभ
चाल 09:47 – 11:05शुभ
लाभ 11:05 – 12:23शुभ
अमृत 12:23 – 13:41शुभ
काल 13:41 – 14:59अशुभ
शुभ 14:59 – 16:17शुभ
रोग 16:17 – 17:35अशुभ
चोघडिया, रात
काल 17:35 – 19:17अशुभ
लाभ 19:17 – 20:59शुभ
उद्वेग 20:59 – 22:41अशुभ
शुभ 22:41 – 24:23शुभ
अमृत 24:23 – 26:05शुभ
चाल 26:05 – 27:47शुभ
रोग 27:47 – 29:30अशुभ
काल 29:30 – 31:12अशुभ
होरा, दिन
मंगल 07:11 – 08:03
सूर्य 08:03 – 08:55
शुक्र 08:55 – 09:47
बुध 09:47 – 10:39
चन्द्र 10:39 – 11:31
शनि 11:31 – 12:23
बृहस्पति 12:23 – 13:15
मंगल 13:15 – 14:07
सूर्य 14:07 – 14:59
शुक्र 14:59 – 15:51
बुध 15:51 – 16:43
चन्द्र 16:43 – 17:35
होरा, रात
शनि 17:35 – 18:43
बृहस्पति 18:43 – 19:51
मंगल 19:51 – 20:59
सूर्य 20:59 – 22:07
शुक्र 22:07 – 23:15
बुध 23:15 – 24:23
चन्द्र 24:23 – 25:31
शनि 25:31 – 26:39
बृहस्पति 26:39 – 27:47
मंगल 27:47 – 28:56
सूर्य 28:56 – 30:04
शुक्र 30:04 – 31:12
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
दिशा शूल ज्ञान——-उत्तर
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो गुड़ अथवा केशर खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
अग्नि वास ज्ञान -:
15 + 3 + 1= 19 ÷ 4 = 3शेष
पृथ्वी पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
शिव वास एवं फल -:
15 + 15 + 5 = 35 ÷ 7 = 0 शेष
मृत्यु कारक = शुभ कारक
विशेष जानकारी
शाकम्भरी जयन्ती
प्रतिपदा क्षय
शुभ विचार
त्यजेदेकं कुलस्यार्थे ग्रामस्यार्थे कुलं त्यजेत् ।
ग्रामं जनपदस्यार्थे आत्मार्थे पृथिवीं त्यजेत् ।।
।।चा o नी o।।
कुल की रक्षा के लिए एक सदस्य का बिलदान दें,गाव की रक्षा के लिए एक कुल का बिलदान दें, देश की रक्षा के लिए एक गाव का बिलदान दें, आतमा की रक्षा के लिए देश का बिलदान दें.
सुभाषितानि
गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16
कर्मणः सुकृतस्याहुः सात्त्विकं निर्मलं फलम् ।,
रजसस्तु फलं दुःखमज्ञानं तमसः फलम् ॥,
श्रेष्ठ कर्म का तो सात्त्विक अर्थात् सुख, ज्ञान और वैराग्यादि निर्मल फल कहा है, राजस कर्म का फल दुःख एवं तामस कर्म का फल अज्ञान कहा है॥,16॥,
दैनिक राशिफल
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।
🐏मेष
प्रयास सफल रहेंगे। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।
🐂वृष
शुभ समाचार प्राप्त होंगे। पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ भय रहेगा। धनार्जन होगा। कष्ट संभव है।
👫मिथुन
अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। रोजगार मिलेगा। धनलाभ होगा। विवाद न करें।
🦀कर्क
फालतू खर्च होगा। शत्रु परास्त होंगे। पुराना रोग उभर सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। जोखिम न लें। सत्संग का लाभ मिलेगा।
🐅सिंह
संतान की चिंता रहेगी। बकाया वसूली होगी। बेचैनी रहेगी। यात्रा से लाभ होगा। उन्नति होगी। जल्दबाजी न करें। घर में शुभ कार्य का आयोजन होगा।
🙍🏻कन्या
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। स्वास्थ्य नरम रहेगा। शत्रु भय रहेगा।
⚖तुला
शारीरिक कष्ट संभव है। बेचैनी रहेगी। कोर्ट व कचहरी में अनुकूलता रहेगी। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। धनार्जन होगी।
🦂वृश्चिक
वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें।
🏹धनु
जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। यात्रा से लाभ होगा। कार्यक्षेत्र में लाभदायी अवसर मिलेंगे।
🐊मकर
मकान व भूमि संबंधी योजना बनेगी। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। धन प्राप्ति सुगम होगी। रोग व चोट से बचें।
🍯कुंभ
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। शत्रु परास्त होंगे। लाभ होगा। मान-सम्मान मिलेगा।
🐟मीन
दु:खद समाचार मिल सकता है। विवाद न करें। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
जय श्री महाकाल
साभार – पंडित श्री अजय दूबे
ज्योतिषाचार्य एवं वैदिक कर्मकांड आचार्य
महाकालेश्वर, उज्जैन
+918839926316