आज का पंचांग और आपका राशिफल (28.12.2017)

शुभ प्रभात
जय श्री महाकाल
🙏🙏🙏🙏🙏

आज का पञ्चाङ्ग एवं राशिफल

अथ पंचांगम्




दिनाँक -: 28/12/2017,गुरुवार
पौष, शुक्ल पक्ष
दशमी
“”””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)

तिथि————-दशमी24:16:44 तक
पक्ष—————————–शुक्ल
नक्षत्र———–अश्विनी24:38:01
योग—————-शिव24:56:26
करण————-तैतुल13:11:42
करण————–गरज24:16:44
वार—————————गुरूवार
माह——————————पौष
चन्द्र राशि————————मेष
सूर्य राशि————————-धनु
रितु निरयन———————हेमंत
रितु सायन——————–शिशिर
निरयन ——————दक्षिणायन
सायन———————उत्तरायण
संवत्सर———————हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)———–साधारण
विक्रम संवत—————–2074
विक्रम संवत (कर्तक)——-2074
शाका संवत——————1939

सूर्योदय—————–07:09:50

राशिफल

सूर्यास्त——————17:31:54
दिन काल—————10:22:04
रात्री काल————–13:38:16
चंद्रोदय——————13:38:52
चंद्रास्त——————26:40:54

लग्न—-धनु12°24′ , 252°24′

सूर्य नक्षत्र————————मूल
चन्द्र नक्षत्र——————-अश्विनी
नक्षत्र पाया———————स्वर्ण

पद, चरण

चु—-अश्विनी07:26:122

चे—-अश्विनी 13:13:013

चो—-अश्विनी 18:56:56

ला—-अश्विनी 24:38:01

ली—-भरणी 30:16:23

ग्रह गोचर

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 12 ° 24 ‘ मूल , 4 भी
चन्द्र=मेष 03 ° 18’ अश्वनी 1 चु
बुध=वृश्चिक 20 ° 39 ‘ ज्येष्ठा ‘2 या
शुक्र=धनु 09 ° 29’ मूल 3 भा
मंगल=तुला 17 ° 37 ‘स्वाति ‘4 ता
गुरु=तुला 21 ° 51′ विशाखा , 1ती
शनि=धनु 06 ° 37’ मूल ‘2 यो
राहू=कर्क 23 ° 21 ‘आश्लेषा , 3 डे
केतु=मकर 23 ° 21 ‘धनिष्ठा, 1 गा

शुभा$शुभ मुहूर्त

राहू काल 13:39 – 14:56अशुभ
यम घंटा 07:10 – 08:28अशुभ
गुली काल 09:45 – 11:03अशुभ
अभिजित 12:00 -12:42शुभ
दूर मुहूर्त 10:37 – 11:19अशुभ
दूर मुहूर्त 14:46 – 15:27अशुभ

गंड मूल07:10 – 24:38अशुभ

चोघडिया, दिन
शुभ 07:10 – 08:28शुभ
रोग 08:28 – 09:45अशुभ
उद्वेग 09:45 – 11:03अशुभ
चाल 11:03 – 12:21शुभ
लाभ 12:21 – 13:39शुभ
अमृत 13:39 – 14:56शुभ
काल 14:56 – 16:14अशुभ
शुभ 16:14 – 17:32शुभ

चोघडिया, रात
अमृत 17:32 – 19:14शुभ
चाल 19:14 – 20:56शुभ
रोग 20:56 – 22:39अशुभ
काल 22:39 – 24:21अशुभ
लाभ 24:21 – 26:03शुभ
उद्वेग 26:03 – 27:46अशुभ
शुभ 27:46 – 29:28शुभ
अमृत 29:28 – 31:10शुभ

होरा, दिन
बृहस्पति 07:10 – 08:02
मंगल 08:02 – 08:54
सूर्य 08:54 – 09:45
शुक्र 09:45 – 10:37
बुध 10:37 – 11:29
चन्द्र 11:29 – 12:21
शनि 12:21 – 13:13
बृहस्पति 13:13 – 14:05
मंगल 14:05 – 14:56
सूर्य 14:56 – 15:48
शुक्र15:48 – 16:40
बुध 16:40 – 17:32

होरा, रात
चन्द्र 17:32 – 18:40
शनि 18:40 – 19:48
बृहस्पति 19:48 – 20:56
मंगल 20:56 – 22:05
सूर्य 22:05 – 23:13
शुक्र 23:13 – 24:21
बुध 24:21 – 25:29
चन्द्र 25:29 – 26:37
शनि 26:37 – 27:46
बृहस्पति 27:46 – 28:54
मंगल 28:54 – 30:02
सूर्य 30:02 – 31:10

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

दिशा शूल ज्ञान——-दक्षिण
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा वेसन के लड्डू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll

अग्नि वास ज्ञान -:

10 + 5 + 1= 16 ÷ 4 = 0 शेष
पृथ्वी पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l

शिव वास एवं फल -:

10 + 10 + 5 = 25 ÷ 7 = 4 शेष

सभायां =सन्ताप कारक

विशेष जानकारी

साम्य दशमी (उड़ीसा) सूर्य पूजा

सर्वार्थ सिद्धि योग रात्रि 24:37 तक

शुभ विचार

आचारः कुलमाख्याति देशमाख्याति भाषणम् ।
सम्भ्रमः स्नेहमाख्यातिवपुराख्याति भोजनम् ।।
।।चा o नी o।।

मनुष्य के कुल की ख्याति उसके आचरण से होती है, मनुष्य के बोल चल से उसके देश की ख्याति बढ़ती है, मान सम्मान उसके प्रेम को बढ़ता है, एवं उसके शारीर का गठन उसे भोजन से बढ़ता है.

सुभाषितानि

गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16

सर्वद्वारेषु देहेऽस्मिन्प्रकाश उपजायते ।,
ज्ञानं यदा तदा विद्याद्विवृद्धं सत्त्वमित्युत ॥,

जिस समय इस देह में तथा अन्तःकरण और इन्द्रियों में चेतनता और विवेक शक्ति उत्पन्न होती है, उस समय ऐसा जानना चाहिए कि सत्त्वगुण बढ़ा है॥,11॥,

राशिफल

दैनिक राशिफल

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।

🐏मेष
विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षाकृत कार्यों में विलंब होगा। फालतू खर्च होगा। कुसगंति से बचें। कष्ट संभव है। भूल करने से विरोधी बढ़ेंगे।

🐂वृष
यात्रा, नौकरी व निवेश आदि मनोनुकूल रहेंगे। रुका हुआ धन मिल सकता है। विरोधी कष्ट देंगे। लाभ होगा। कार्यक्षेत्र का विकास एवं विस्तार होगा।

👫मिथुन
कार्यस्थल पर सुधार होगा। योजना फलीभूत होगी। यात्रा, नौकरी व निवेश आदि लाभ देंगे। जोखिम न लें। उपहार मिल सकता है।

🦀कर्क
अध्यात्म में रुचि रहेगी। दौड़धूप अधिक होगी। कानूनी अड़चन दूर होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। व्यावसायिक श्रेष्ठता का लाभ मिलेगा।

🐅सिंह
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जोखिम न लें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। ईश्वर में रुचि बढ़ेगी।

🙍🏻कन्या
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कोर्ट व कचहरी में लाभ होगा। स्वास्थ्य कमजोर होगा। धन प्राप्ति सुगम होगी। कामकाज की अनुकूलता रहेगी।

⚖तुला
संपत्ति के कार्य लाभ देंगे। रोजगार मिलेगा। परीक्षा व साक्षात्कार में सफलता प्राप्त होगी। धनार्जन होगा। रोग व चोट से बचें।

🦂वृश्चिक
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें। पूंजी संचय की बात बनेगी।

🏹धनु
बुरी सूचना मिल सकती है। दौड़धूप अधिक होगी। प्रेम-प्रसंग में जोखिम न लें। चिंता रहेगी। कुसंगति से बचें। आपसी संबंधों को महत्व दें।

🐊मकर
मेहनत का फल मिलेगा। प्रतिष्ठा वृद्धि होगी। लाभ के अवसर बढ़ेंगे। यात्रा, निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे। मानसिक संतोष, प्रसन्नता रहेगी।

🍯कुंभ
उत्साहवर्धक सूचना मिलेगी। स्वाभिमान बना रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्र व संबंधी मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। स्वयं के निर्णय लाभप्रद रहेंगे।

🐟मीन
भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ संभव है। यात्रा सफल रहेगी। उत्साह रहेगा। लाभ होगा। नए विचार, योजना पर चर्चा होगी।
🙏आपका दिन मंगलमय हो 🙏

साभार – पंडित श्री अजय दूबे

        ज्योतिषाचार्य एवं वैदिक कर्मकांड आचार्य

        महाकालेश्वर, उज्जैन

        +918839926316

 

By Nikhil

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