*सुप्रभात*
*जय श्री महाकाल*
*अथ पंचांगम्*
*दिनाँक -: 04/01/2018,गुरुवार*
माघ , कृष्ण पक्ष
तृतीया
“””””””””””””””””””””””””””””””””(समाप्ति काल)
तिथि————तृतीया21:31:44 तक
पक्ष—————————–कृष्ण
नक्षत्र———-आश्लेषा27:53:17
योग———–विश्कुम्भ17:01:15
करण———–वाणिज11:00:48
करण———विष्टि भद्र21:31:44
वार—————————गुरूवार
माह——————————माघ
चन्द्र राशि———कर्क27:53:17
चन्द्र राशि———————–सिंह
सूर्य राशि————————-धनु
रितु निरयन———————हेमंत
रितु सायन——————–शिशिर
निरयन——————-दक्षिणायन
सायन———————-उत्तरायण
संवत्सर———————हेम्लम्बी
संवत्सर (उत्तर)———–साधारण
विक्रम संवत—————–2074
विक्रम संवत (कर्तक)——-2074
शाका संवत——————1939
सूर्योदय—————–07:11:47
सूर्यास्त——————17:36:36
दिन काल—————10:24:48
रात्री काल————–13:35:22
चंद्रास्त——————09:00:31
चंद्रोदय——————20:17:43
लग्न–धनु 19°32′ , 259°32′
सूर्य नक्षत्र——————पूर्वाषाढा
चन्द्र नक्षत्र—————–आश्लेषा
नक्षत्र पाया——————–रजत
*पद, चरण*
डी—-आश्लेषा 11:30:40
डू—-आश्लेषा 16:56:10
डे—आश्लेषा 22:23:40
डो—-आश्लेषा 27:53:17
*ग्रह गोचर*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
=======================
सूर्य=धनु 19°32 ‘पू o षा o, 2 धा
चन्द्र=कर्क 17° 19′ आश्लेषा’ 1डी
बुध=वृश्चिक 27 ° 08 ‘ ज्येष्ठा ‘4 यू
शुक्र=धनु 18 ° 18’ पू o षा o 2 धा
मंगल=तुला 21 ° 59 ‘विशाखा ‘1 ती
गुरु=तुला 22 ° 33 ‘ विशाखा , 1ती
शनि=धनु 07 ° 40’ मूल ‘3 भा
राहू=कर्क 22 ° 43 ‘आश्लेषा , 2 डू
केतु=मकर 22 ° 43 ‘ श्रवण, 4 खो
*शुभा$शुभ मुहूर्त*
राहू काल 13:42 – 15:00अशुभ
यम घंटा 07:12 – 08:30अशुभ
गुली काल 09:48 – 11:06अशुभ
अभिजित 12:03 -12:45शुभ
दूर मुहूर्त 10:40 – 11:22अशुभ
दूर मुहूर्त 14:50 – 15:32अशुभ
गंड मूल अहोरात्र अशुभ
चोघडिया, दिन
शुभ 07:12 – 08:30शुभ
रोग 08:30 – 09:48अशुभ
उद्वेग 09:48 – 11:06अशुभ
चाल 11:06 – 12:24शुभ
लाभ 12:24 – 13:42शुभ
अमृत 13:42 – 15:00शुभ
काल 15:00 – 16:19अशुभ
शुभ 16:19 – 17:37शुभ
चोघडिया, रात
अमृत 17:37 – 19:19शुभ
चाल 19:19 – 21:00शुभ
रोग 21:00 – 22:42अशुभ
काल 22:42 – 24:24*अशुभ
लाभ 24:24* – 26:06*शुभ
उद्वेग 26:06* – 27:48*अशुभ
शुभ 27:48* – 29:30*शुभ
अमृत 29:30* – 31:12*शुभ
होरा, दिन
बृहस्पति 07:12 – 08:04
मंगल 08:04 – 08:56
सूर्य 08:56 – 09:48
शुक्र 09:48 – 10:40
बुध 10:40 – 11:32
चन्द्र 11:32 – 12:24
शनि 12:24 – 13:16
बृहस्पति 13:16 – 14:08
मंगल 14:08 – 15:00
सूर्य 15:00 – 15:52
शुक्र 15:52 – 16:45
बुध 16:45 – 17:37
होरा, रात
चन्द्र 17:37 – 18:45
शनि 18:45 – 19:52
बृहस्पति 19:52 – 21:00
मंगल 21:00 – 22:08
सूर्य 22:08 – 23:16
शुक्र 23:16 – 24:24
बुध 24:24* – 25:32
चन्द्र 25:32* – 26:40
शनि 26:40* – 27:48
बृहस्पति 27:48* – 28:56
मंगल 28:56* – 30:04
सूर्य 30:04* – 31:12
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*दिशा शूल ज्ञान——-दक्षिण*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा वेसन के लड्डू खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l
भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll
*अग्नि वास ज्ञान -:*
15 + 3 + 5 + 1= 24 ÷ 4 = 0 शेष
पृथ्वी पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है l
*शिव वास एवं फल -:*
18 + 18 + 5 = 41 ÷ 7 = 6 शेष
क्रीड़ायां = शोक ,दुःख कारक
*भद्रावास एवं फल -:*
प्रातः 11:04 से रात्रि 21:31 तक
मृत्यु लोक = सर्वकार्य विनाशिनी
*विशेष जानकारी*
* श्री भाग्यश्री व्रत
*शुभ विचार*
उद्योगे नास्ति दारिद्र्य जपतो नास्ति पातकम् ।
मौनेनकलहोनास्ति नास्ति जागरितो भयम् ।।
।।चा o नी o।।
जो उद्यमशील हैं, वे गरीब नहीं हो सकते,
जो हरदम भगवान को याद करते है उनहे पाप नहीं छू सकता.
जो मौन रहते है वो झगड़ों मे नहीं पड़ते.
जो जागृत रहते है वो िनभरय होते है.
*सुभाषितानि*
गीता -: गुणत्रयविभाग योगअo-16
ऊर्ध्वं गच्छन्ति सत्त्वस्था मध्ये तिष्ठन्ति राजसाः ।,
जघन्यगुणवृत्तिस्था अधो गच्छन्ति तामसाः ॥,
सत्त्वगुण में स्थित पुरुष स्वर्गादि उच्च लोकों को जाते हैं, रजोगुण में स्थित राजस पुरुष मध्य में अर्थात मनुष्य लोक में ही रहते हैं और तमोगुण के कार्यरूप निद्रा, प्रमाद और आलस्यादि में स्थित तामस पुरुष अधोगति को अर्थात कीट, पशु आदि नीच योनियों को तथा नरकों को प्राप्त होते हैं॥,18॥,
*दैनिक राशिफल*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत्।।
🐏मेष
विवाद से क्लेश होगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। काम में मन नहीं लगेगा। दु:खद समाचार मिल सकता है, धैर्य रखें।
🐂वृष
प्रयास सफल रहेंगे। कार्यसिद्धि होगी। कार्य की प्रशंसा होगी। धनलाभ होगा। अधिकारी आपके गुणों की प्रशंसा करेंगे। जीवनसाथी की चिंता बनी रहेगी।
👫मिथुन
सम्मान मिलेगा। पुराने संगी-साथियों से भेंट होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। लाभ विवाद न करें। सोचा हुआ कार्य वक्त पर होगा।
🦀कर्क
अप्रत्याशित लाभ होगा। रुके कार्यों में गति आएगी। प्रसन्नता रहेगी। बेरोजगारी दूर होगी। प्रमाद न करें। कार्य बनने से हर्ष रहेगा।
🐅सिंह
व्ययवृद्धि से तनाव रहेगा। झंझटों में न पड़ें। कुसंगति से बचें। चिंता रहेगी। चोट व रोग से बचें। व्यर्थ के विवादों से दूर रहें।
🙍🏻कन्या
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। यात्रा सफल रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय लाभप्रद रहेंगे।
⚖तुला
शारीरिक कष्ट से बाधा संभव है। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। लाभ होगा। नए अवसर प्राप्त होंगे।
🦂वृश्चिक
वाणी पर नियंत्रण रखें। राजकीय बाधा संभव है। पूजा-पाठ में मन लगेगा। धनलाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। धन एवं यश मिलने की संभावना।
🏹धनु
यात्रा में सावधानी रखें। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। चोट, चोरी व विवाद से हानि संभव है, जोखिम न लें।
🐊मकर
स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है, विवाद न करें। जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। कानूनी बाधा दूर होगी। लाभ होगा।
🍯कुंभ
शत्रु परास्त होंगे। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। उन्नति होगी। आय के साधन बढ़ेंगे। जल्दबाजी न करें। नए अवसर प्राप्त होंगे।
🐟मीन
पार्टी व पिकनिक का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता अर्जित करेगा। धनलाभ होगा। प्रसन्नता रहेगी। गुप्त शत्रुओं से सतर्क रहें।
🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
जय श्री महाकाल