मशहुर नाट्य निर्देशक और अभिनेता गिरीश कर्नाड लिखित और आरा के चर्चित नाट्य निर्देशक श्रीधर शर्मा के निर्देशन में तुगलक नाटक का चार दिवसीय मंचन आरा के नागरी प्रचारिणी सभागार में होगा. आरा जैसे कस्बाई शहर में ना तो प्रस्तुति के लायक मंच है न ही तामझाम की व्यवस्था फिर भी यहाँ हिंदी के बड़े नाटको की प्रस्तुति ने देश और दुनिया के रंगकर्मियों का धयान अपनी ओर आकर्षित किया है .इसके नाटक के पूर्व श्रीधर शर्मा ने दिल्ली ऊँचा सुनती है ,घासीराम कोतवाल ,महाभोज ,आधे अधूरे ,थैंक यू मिस्टर ग्लाड,आषाढ़ का एक दिन के समेत कई नाटकों का मंचन कर चुके हैं .इस बार आरा के रंग दर्शकों को श्रीधर शर्मा के निर्देशन में तुगलक का मंचन देखने का अवसर मिलेगा .24 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक चार दिवसीय प्रस्तुति आरा की रंग संस्था भूमिका के बैनर तले होगा. श्री धर शर्मा ने बताया कि अन्य प्रस्तुतियों से अलग रूप में इस बार लोगों को तुगलक देखने को मिलेगा जिसमें कुछ नए और पुराने रंगकर्मी काम कर रहे हैं .