देश की अर्थव्यवस्था चरमरायी,पार्टी लंबी लड़ाई लड़ने को तैयार
20 दिसंबर को रेलवे का चक्का जाम करेगी,22 दिसंबर को सड़क जाम
23 दिसंबर को भाजपा व जदयू के कार्यालय के समक्ष घेरा डालो-डेरा डालो
जन अधिकार पार्टी (लो) के संरक्षक और सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि पार्टी जनता के मान, सम्मान और अधिकार के लिए लंबी लडा़ई लड़ने की तैयारी कर रही है. उन्होंने कहा कि पार्टी आगामी 20 दिसंबर को रेलवे का चक्का जाम करेगी, 22 दिसंबर को सड़क जाम करेगी और 23 दिसंबर को भाजपा व जदयू के कार्यालय के समक्ष घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन करेगी. सांसद पप्पू यादव ने कहा कि नोटबंदी के कारण आमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सैकड़ों फैक्ट्रियां बंदी के कगार पर हैं, लाखों लोग बेरोजगार हो गए हैं और मजदूरों की छंटनी हो रही है. इससे देश की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है. सिस्टम गरीबों की दुश्मन और अमीरों व पूंजीपतियों की दलाल बन गयी है. उन्होंने कहा कि राजनीति को सत्ता, वोट और कुर्सी से आगे की सोचना होगा, तभी जनता का कल्याण होगा.सांसद ने कहा कि जब तब चुनाव की प्रक्रिया ईमानदार और पारदर्शी नहीं होगी, तब तक भ्रष्टाचार और कालाधन समाप्त नहीं होगा. खर्चीली चुनाव प्रक्रिया कालाधन की जड़ है. उन्होंने कहा कि सत्ता में आने वाली पार्टियां पांच वर्षों तक विज्ञापनों के रूप में अरबों रुपये मीडिया और अखबारों पर खर्च करती हैं, ताकि उसका लाभ चुनाव के दौरा मिल सके. उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों को भी आरटीआई के दायरे में लाना चाहिए. ताकि बेनामी लेन-देन का खुलासा हो सके. पूंजीपतियों और कॉरपोरेट घरानों से चंदा लेने वाली पार्टियां सत्ता में आने पर उनको नाजायज लाभ पहुंचाती हैं.
उन्होंने राजनीतिक दलों पर पार्टी के कार्यक्रमों और रैलियों में कालेधन के इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या विधान चुनाव में पार्टियों की रैलियां कैशलेस हो रही हैं. उन्होंने कहा कि सांसद, मंत्री, विधायक, आइएएस, आइपीएफ का पद संभालते ही उनकी संपत्ति में बेतहाशा वृद्धि होती है. इसकी जांच भी होनी चाहि.। सांसद ने कहा कि मंदिरों, मठों, बाबाओं की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए और उन्हें भी टैक्स के दायरे में लाना चाहिए.