आरक्षण के हक के लिए सड़क से संसद तक करेंगे संघर्ष – आई पी गुप्ता
पान समाज को मिले 5 लोकसभा और 20 विधानसभा सीट
संजय मिश्र,दरभंगा
सर्वे की सियासत छिटकी तो आरक्षण की तपिश बिहार को अपनी आगोश में लेने को तैयार है. पान (तांती – ततवा) के आरक्षण का संघर्ष तीखा होता जा रहा है. शक्ति प्रदर्शन की श्रृंखला जारी है. रविवार 24 नवंबर को दरभंगा के पोलो ग्राउंड में विशाल सभा हुई. पान नेताओं ने जता दिया कि उनसे छीना गया एस सी वर्ग वाला आरक्षण वापस पाने के लिए उनका समाज दत्त चित है. अखिल भारतीय पान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आई पी गुप्ता ने सभा को संबोधित करते हुए हुंकार भरी कि आरक्षण के हक के लिए सड़क से संसद तक संघर्ष जारी रहेगा.
बिहार में चल रही नीतीश की एनडीए सरकार की लानत मलानत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य के हुक्मरानों की लापरवाही के चलते अदालत में समाज का हित छिन गया. उन्होंने कहा कि साजिश के तहत सर्वे में पान की आबादी को 80 लाख से घटा कर 22 लाख दिखाया गया.हांको रथ, हम पान हैं का नारा बुलंद करते हुए आई पी गुप्ता ने कहा कि बिहार में संसद की 5 सीट और राज्य में 20 विधायक की सीट से कम पान समाज को मंजूर नहीं.
उन्होंने स्पष्ट किया कि ये तोल मोल नहीं है और आरक्षण की लड़ाई इससे प्रभावित नहीं होगी. उन्होंने कहा कि इसका मकसद है मांग को सड़क के अलावा सदन के अंदर से भी बुलंद किया जाए.
एस सी संवर्ग में प्रवेश और फिर इस अधिकार से वंचित होने का दर्द उनके संबोधन में छलकता रहा. उन्होंने आरोप लगाया कि पान समाज के कुछ तत्व हैं जो उनके और नीतीश के बीच संवाद में बाधक बने. बावजूद इसके समाज को एकजुट करने का अभियान जारी रहेगा. मार्च 2025 में पटना के गांधी मैदान में ऐतिहासिक शक्ति प्रदर्शन होगा.
जिला अध्यक्ष किशोरी दास की अध्यक्षता में हुई सभा में दरभंगा प्रमंडल के जिलों के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों से भी पान समाज के नेता और लोग पधारे. किशोरी दास ने बताया कि संगठन की सभा का अगला पड़ाव बेगूसराय है.कोई मेरे पीछे आ रहा है – जैसी अनुगूंज बता रही है कि पान समाज के सांगठनिक बिखराव रोकने की कोशिश पर अभी मंथन नहीं है. असल में पान समाज के दूसरे गुट संतोष दास पान की अगुवाई में बिहार पान महादलित कोऑर्डिनेशन कमिटी, पटना की तरफ से पान समाज की समानांतर सभाएं चल रही हैं. 17 नवंबर को दरभंगा के पोलो ग्राउंड में बड़ी सभा हुई थी. उनकी अगली सभा बेगूसराय और अगले साल अप्रैल में पटना के गांधी मैदान में घोषित है.
संतोष दास पान वाला गुट जेडीयू से अपनत्व रखता है जबकि आई पी गुप्ता खुद पहले कांग्रेस में रहे. बाद में कांग्रेस से दूरी बनाई. 17 नवंबर की रैली और 24 नवंबर की रैली में नेताओं के भाषण की अपेक्षाओं के ओवरटोन यही हैं कि पान तांती आरक्षण की इस लपट में या तो बीजेपी झुलसे या फिर सुप्रीम कोर्ट से अदावत मोल ले.