पटना।। शिक्षक अविनाश की मौत के बाद आखिरकार शिक्षा विभाग की आंख खुल गई है. शिक्षक की मौत के बाद विभिन्न शिक्षक संगठनों ने भी सरकार के रवैया पर सवाल खड़े किए थे. पटना नाउ ने इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, परिणामस्वरूप शिक्षा विभाग ने बाढ़ग्रस्त इलाकों के स्कूल में आने जाने को लेकर अलग से गाइडलाइंस जारी की है. इधर शिक्षक की तलाश जारी है. पटना डीएम ने भी दियारा इलाकों में स्कूल के आसपास ही शिक्षकों को आवास रखने को कहा है.
क्या हैं शिक्षा विभाग के नए दिशानिर्देश
शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में अवस्थित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों/कर्मियों को विद्यालय आने जाने में नदी पार करने के लिए नाव का इस्तेमाल किया जा रहा है. नाव के ससमय अनुपलब्ध रहने की स्थिति में शिक्षक/कर्मियों को अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में अवस्थित सरकारी विद्यालयों (प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक) में कार्यरत शिक्षक/कर्मियों के विद्यालय आवागमन के संबंध में निम्नांकित निदेश दिये जा रहे है :-
- जिन घाटों से शिक्षक/कर्मी/ बच्चे अपने विद्यालय नदी पार कर आते जाते है, उन घाटों पर सरकारी नाव की व्यवस्था की जाय.
- नाव पर Life Jacket पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाय, ताकि प्रत्येक सवारी Life Jacket का प्रयोग अनिवार्यतः कर सके. गोताखोर की व्यवस्था भी रहे। Life Jacket का क्रय जिला प्रशासन द्वारा किया जाय।
- विद्यालय जाने एवं लौटने के लिए निर्धारित समय को ध्यान में रख कर नाव खुलने का समय निर्धारित किया जाय, ताकि शिक्षक/कर्मी/बच्चे नाव पर सवार होकर ससमय विद्यालय पहुँच सके एवं घर जा सकें.
- इस पर होने वाले व्यय आपदा प्रबंधन के माध्यम से नहीं होने की स्थिति में इसका वहन जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा किया जायेगा. आवश्यकता अनुसार इसके लिए आवंटन की मांग की जायेगी. यह मात्र अगस्त एवं सितम्बर माह के लिए मुख्य रूप से लागू होगा.
- कतिपय कारणों से अगर ऐसे शिक्षक/कर्मी विद्यालय निर्धारित समय पर नहीं पहुँचते है तो तदनुरूप विलम्ब से दर्ज उपस्थिति मान्य होगी, जिनमें एक घण्टे से ज्यादा विलम्ब नहीं हो.
पटना डीएम का निर्देश
दानापुर अनुमंडल स्थित गंगा नदी के नासरीगंज घाट पर आज एक शिक्षक अविनाश कुमार, पिता राज करण प्रसाद, जो उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय, छोटा कासिमचक में कार्यरत थे, के नाव पर चढ़ते वक्त पैर फिसलने से नदी में डूबने की घटना पर जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना को निदेश दिया गया है कि दियारा क्षेत्रों में कार्यरत शिक्षक यथासंभव इस दौरान अपना आवासन दियारा क्षेत्र में विद्यालय के निकट रखें यह सुनिश्चित करें. साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर को निदेश दिया गया है कि प्रमुख घाटों पर निबंधित सरकारी नावों की व्यवस्था करें ताकि आवश्यकता पड़ने पर शिक्षक आवागमन कर सकें.
आज सुबह घटना की सूचना प्राप्त होते ही जिलाधिकारी द्वारा अपर जिला दण्डाधिकारी (आपदा प्रबंधन), पटना को एसडीआरएफ की टीम को घटना स्थल पर तुरंत भेजने का निदेश दिया गया था. इस दल द्वारा घटना स्थल पर पहुँचकर डूबने वाले शिक्षक की खोज शुरू की गई. यह आगे जारी रहेगा. जिलाधिकारी द्वारा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, दानापुर को भी घटना स्थल पर भेजा गया. इन दोनों पदाधिकारियों द्वारा खोज अभियान का पर्यवेक्षण किया जा रहा है.
आखिर क्यों ये नौबत आई, ये जानने के लिए पढ़ें ये पूरी खबर—