आरा, 15 अगस्त. स्थानीय ‘शान्ति स्मृति’ सम्भावना आवासीय उच्च विद्यालय, शुभ नारायण नगर, मझौवाँ, आरा तथा ‘शारदा स्मृति’ सम्भावना पब्लिक स्कूल, मौलाबाग, आरा में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर समारोह पूर्वक ध्वजारोहन किया गया. विद्यालय के दानों शाखाओं में प्राचार्या डा० अर्चना सिंह ने ध्वजारोहन किया तथा राष्ट्रीय ध्वज की सलामी दी. इस अवसर पर छात्र-छात्राओं, शिक्षकों तथा अभिभावकों को संबोधित करते हुए प्राचार्या डा० अर्चना सिंह ने कहा कि आज पूरे विश्व में भारत का परचम लहरा रहा है, लेकिन आज हमारे समाज में नैतिक मूल्यों की कमी दिख रही है. छात्र-छात्राओं में संस्कार और संस्कृति के विकास के साथ-साथ देश प्रेम की भावना को भी जागृत करना होगा. उन्होनें अभिभावकों और समाज के सभी वर्गों से आग्रह किया की सिर्फ बेटियाँ ही नहीं बल्कि बेटों पर भी नजर रखें.
अतिथि के रूप में उपस्थित बिहार राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महा-सचिव भाई ब्रहमेश्वर ने अपने संबोधन में कहा की संस्कार एवं संस्कृति के साथ छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ते हुए समाज एवं देश के विकास में अपना योगदान देना चाहिए. समारोह के अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रबंध निदेशक डा० कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि आज का दिन शहीदों को नमन करने का दिन है. आज देश के लिए उनके द्वारा किये गए कार्यो को याद करने का दिन है. उन्होनें छात्र-छात्राओं से कहा की आप वैसे नागरिक बने जो देश के विकास के काम आ सके.
इस अवसर पर विद्यालय के एन०सी०सी० कैडेट ने आर्कषक परेड प्रस्तुत किया. साथ ही विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान, समुह देश भक्ति गीत और नृत्य तथा हिन्दी, अंग्रेजी और संस्कृत में सारगर्भित भाषण भी प्रस्तुत किया गया. मुख्य आकर्षण कक्षा XI के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत शहीद स्व० कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवनी पर आधारित लघु नाटिका फौजी की कहानी रहा. इस लघु नाटिका को प्रस्तुत कर छात्र-छात्राओं ने दर्शक दीर्घा में बैठे सभी लोगों को भाव-विभोर कर दिया. लघु नाटिका को प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं का नाम क्रमशः रोमा ओझा, जहान्वी सिंह, साम्भवी, भास्कर राज, प्रियांशु चौबे, विकास कुमार, पियुष मिश्रा, नेहाल कुमार, आदित्या कुमार, रौनक सिंह तथा प्रियांशु कुमार है.
मंच संचालन वरिय शिक्षक अरविन्द ओझा ने किया. धन्यवाद ज्ञापन मुख्य शाखा में उप-प्राचार्य ऋषिकेश ओझा तथा शिशु शाखा में प्रभारी दीपेश कुमार ने किया. मंच परिकल्पना तथा रूप सज्जा कला शिक्षक श्री संजीव सिन्हा तथा विष्णु शंकर द्वारा किया गया. कार्यक्रम का समापन राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ के साथ किया गया.