हम सभी जानते हैं कि बच्चों के लिए सबसे जरुरी होता है उनका आत्मविश्वास. आत्मविश्वास हासिल होता है रचनात्मक शक्ति से जो घर या स्कूल में नहीं मिल सकता .यह रचनात्मकता ही उनके भविष्य को बेहतर आयाम प्रदान करती है. कुछ ऐसी ही रचनात्मक और मानसिक शक्ति को डेवलोप करने के लिए मिड ब्रेन पटना में कार्यशाला कर रही है जिसमें बच्चे भाग लेकर अपनी सिक्स सेन्स को जागृत कर हर क्षेत्र में अव्वल हो रहे है . यह कार्यशाला सिर्फ 5 सप्ताह के लिए होती है और उन्हें मिलता है एक ऐसा पावर जो उनके भविष्य में सफलता के द्वार खोलती है. बच्चों के अन्दर जब ये पावर एक्टिवेट हो जाता है तब उन्हें मिल जाती है एकाग्रता और स्मरण शक्ति. जहाँ वे बंद आँखों से भी किसी भी काम को कर सकते हैं.
जरा देखिए ACH में ट्रेनिंग के बाद क्या-क्या कर सकते हैं आपके बच्चे-
जरा देखिए ये बच्चे कैसे बंद आखों से लूडो खेल रहे हैं और वो भी फुल स्पीड में
क्या कहते हैं अभिभावक
पल्लवी – पढ़ाई तो सभी बच्चे करते हैं, लेकिन जीवन में आगे वही बढ़ता है जिसके पास कुछ खास होता है.अक्षत क्रियेटिव हाउस में थोड़े प्रयास से बच्चे को मिलती है वो शक्ति, वो विशेष पावर, जिसकी मदद से वो अपने समकक्ष बच्चों से कई कदम आगे निकल सकता है. इतनी कंपीटिटीव दुनिया में जहां 400 सीटों के लिए 4 लाख स्टूडेंट्स के बीच मुकाबला होता है. इसमें सफल वही होता है जिसके पास होता रचनात्मक शक्ति और अक्षत क्रियेटिव हाउस के इस कार्यशाला में हमारे बच्चे को मिली है छठी इन्द्री को जागृत करने की वो अद्भुत शक्ति, जिसकी मदद से मेरा बेटा स्कूल की परीक्षा के साथ-साथ जीवन की हर परीक्षा में सफल होने का पावर पा चुका है.
ज्योति कहती है कि मेरे बेटे को मिडब्रेन एक्टिवेशन के रुप में बेहतरीन तोहफा और पावर मिला जिससे मेरा बच्चे को जीवन में आगे बढ़ने में मदद मिल सकेगी. इसके साथ ही किसी भी काम को एकाग्रता के साथ करने का बेजोड़ पावर भी उसे हासिल हो गया है. इसी शक्ति को पाने के लिए पूरी दुनिया आज योग और मेडिटेशन के पीछे भाग रही है. लेकिन जिस प्रकार से सात सप्ताह में मेरे बेटे ने जो हासिल किया है वो सचमुच लाजवाब है.
क्या कहते हैं बच्चे
प्रियांजलि कहती है कि यहां प्रतिदिन के एक्टिवेशन अभ्यास से हमारे अन्दर की क्रिएटिविटी बढ़ने लगी और हम आँख बंद कर के भी पढ़ने लगे. कार्ड के रंग पहचानने लगे. आज पढ़ाई पर ज्यादा ध्यान देने लगे हैं. हमारा आत्मविश्वास बढ़ गया है.
संत जोसेफ कान्वेंट में पढ़ने वाली प्रज्ञा श्री कहती है कि जब से मैंने ये वर्कशॉप ज्वाइन किया है तब से मेरे अन्दर जो परिवर्तन हुए है मैं शब्दों में उसको बयां नहीं कर सकती.मुझे एक पावर मिला है मेरे अन्दर की रचनात्मक शक्ति बढ़ गई है कोई भी चीज बहुत जल्दी याद हो जाती है. आँख बंद कर के किसी भी किताब को पढ़ सकती हूँ,कोई भी रंग के बारे में बता सकती हूँ. मिड ब्रेन का कांसेप्ट हम बच्चों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. इस कार्यशाला में माइंड डेवलपमेंट के साथ बॉडी का फिटनेस भी हो जाता है.
जरा गौर करिए किस तरह अक्षत क्रिएटिव हाउस के बच्चे कमाल कर रहे हैं. देखिए ये वीडियो-
अब परीक्षाएं नजदीक हैं, बच्चों के लिए अभिभावक की ओर से एक उपहार मिड ब्रेन डेवलपमेंट का हो सकता है.
अक्षत क्रियेटिव हाउस में बच्चों को मिलता है….
बेहतर मेमोरी पावर —— Improved memory power
बेहतर कॉनसेनट्रेशन और सेल्फ कन्ट्रोल — Improved concentration and self control
परीक्षा में बेहतर रिजल्ट – Better result
छठी इन्द्री जागृत – Activated sixth sense
बंद आंखों से देखने की क्षमता – Power to see even with closed eyes
किसी भी काम को एकाग्रता से करने की क्षमता – Doing any work with full concentration
अक्षत क्रियेटिव हाउस की ओर से स्मार्ट क्लास केवल रविवार को सिर्फ तीन घंटे का होता है जिसमें 6 साल से 15 साल तक के बच्चे भाग ले सकते हैं. यहां फ्री डेमो की भी व्यवस्था की गई है. पटना में फ्री डेमो के लिए आज ही कॉल करें 7519204900 पर. दरभंगा के लिए कॉल करें- 8409768400.