मातृ-दिवस पर माताओं ने किया दीप -प्रज्ज्वलित
बच्चों ने व्यक्त की माँ के लिए अपनी अभिव्यक्ति
सम्भावना स्कुल ने दिया माताओं को सम्मान
आरा, 12 मई. स्थानीय ‘शारदा स्मृति संभावना पब्लिक स्कूल मौलाबाग में शनिवार मातृ-दिवस के उपलक्ष्य में समारोह पूर्वक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. समारोह का उद्घाटन विद्यालय की प्रशासिका डॉ० अर्चना सिंह तथा छात्र-छात्राओं के माताओं ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, अभिभावकों तथा बच्चों की माताओं को सम्बोधित करते हुए विद्यालय की प्रशासिका डॉ० अर्चना सिंह ने कहा की बच्चों की पहली शिक्षक उनकी माताएँ होती है. माताएँ ना सिर्फ बच्चों का लालन-पालन करती है, बल्कि उनमें संस्कारों का सृजन भी करती है. बच्चों के संपूर्ण विकास में माताओं का अहम योगदान होता है. उन्होनें बच्चों से कहा कि अपने घरों में बुजुर्ग माता-पिता, दादा-दादी का हमेशा ख्याल रखना और उनका सम्मान करना. उन्होने कहा कि ऐसी परिस्थिति उत्पन्न नहीं होनी चाहिए जिसमें हमारे बुजुर्गों को वृद्धाश्रम का सहारा लेना पड़े.
मातृ-दिवस समारोह के अवसर पर विद्यालय के संगीत शिक्षक धर्मेद्र कुमार और महेश शर्मा के दिशा-निर्देश में समुह गीत ‘तेरी उँगली पकड़ के चला ” की प्रस्तुति ने सबको भाव-विभोर कर दिया. विद्यालय की उप प्राचार्या स्वाति सिंह के नृत्य परिकल्पना पर आधारित समूह नृत्य ‘तू कितनी अच्छी है” की प्रस्तुति पर दर्शक दीर्घा में बैठे सभी लोग भाव विभोर होकर तालियों बजाने लगे. लघु नृत्य नाटिका “ओ री चिरैया पर उपस्थित सभी लोग भाव- विह्वल हो गए. विद्यालय के कुछ छात्र/छात्राओं ने अपनी माताओं के बारे में अपनी भावनाओं को भी अभिव्यक्त किया.
कार्यक्रम का विशेष आकर्षण छात्र-छात्राओं की माताओं के द्वारा अपनी माताओं के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का था. इस मौके पर बच्चों की माताओं की प्रतिभाएँ देखने लायक थी. कार्यक्रम में उपस्थित सभी माताओं को स्मृति चिह्न (ट्रॉफी) एवं पुष्प गुच्छ देकर विद्यालय की प्रशासिका डॉ० अर्चना सिंह के द्वारा सम्मानित किया गया.
मातृ दिवस के उपलक्ष्य में छात्र/छात्राओं के बीच चित्रांकन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल और प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया. साथ ही सभी बच्चों ने अपनी माताओं को गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ० कुमार द्विजेन्द्र ने कहा कि दुनिया में माँ से बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता. माँ शब्द के उच्चारण से ही हमारे मन-मस्तिष्क में एक शक्ति का संचार होता है. हम सभी का कर्तव्य है कि अपनी माताओं का सम्मान करें, हम वैसा कोई भी आचरण नहीं करें जिससे हमारी माताओं के मन को ठेस पहुँचे.
मंच संचालन विद्यालय की शिक्षिका श्रीमती विनीता शर्मा ने किया. उन्होनें कार्यक्रम के दौरान एक गीत प्रस्तुत कर शमा बाँध दिया. धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्राचार्य दीपेश कुमार ने किया. इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ एवम् उनकी माताएँ उपस्थित रही. मंच परिकल्पना विद्यालय के कला शिक्षक श्री संजीव सिन्हा ने किया. कार्यक्रम को सफल बनाने में शिक्षक अनिल कुमार, जैनेन्द्र शर्मा, चंदन कुमार और नीलम ओझा का अहम् योगदान रहा.