दरभंगा के सीटिंग एमपी को टक्कर देने उतरे आरजेडी नेता ललित यादव
संजय मिश्र
दरभंगा।। जुम्मे के दिन 19 अप्रैल 2024 को आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री ललित कुमार यादव ने दरभंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया. वो सीटिंग एमपी और बीजेपी नेता गोपालजी ठाकुर को टक्कर देंगे. नामांकन के बाद आई एन डी आई ए की ओर से आयोजित जन आशीर्वाद सभा में उन्होंने शिरकत की. जहां उनका हौसला बढ़ाने खुद पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पहुंचे.
नामांकन सभा में तेजस्वी यादव के अलावा वी आई पी सुप्रीमो मुकेश सहनी, आरजेडी के कद्दावर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी, अली अशरफ फातमी, भोला यादव और भाकपा-माले, सीपीएम, सीपीआई सहित कांग्रेस के स्थानीय नेता मौजूद रहे.
तेजस्वी यादव ने बीजेपी भगाओ, देश बचाओ के नारे को दुहराया और मतदाताओं से ललित यादव को जिताने की अपील की. उन्होंने कहा कि दरभंगा के नागरिक अब बीजेपी से उब चुके हैं. सीएम नीतीश को बिना नाम लिए आड़े हाथों लेते हुए तेजस्वी ने कहा कि चाचा अगर नहीं पलटते तो राज्य के 10 लाख युवाओं को रोजगार मिल जाता. उन्होंने लोगों से वायदा किया कि एलायंस जीता तो देश के एक करोड़ युवा को रोजगार मिलेगा.
जन आशीर्वाद सभा में ललित यादव के पुत्र अभिषेक यादव की राजनीति में ग्रैंड एंट्री हुई. अभिषेक ने याद दिलाया कि 17 महीना काम करने का मौका मिला तो तेजस्वी ने वादे के अनुसार 10 लाख रोजगार में से 5 लाख रोजगार दिया. और वक्त मिलता तो 10 लाख नौकरी का वादा पूरा होता. उन्होंने कहा कि युवाओं को दिख रहा है कि उनका भविष्य किसके हाथ में सुरक्षित है. उन्होंने जोर देते हुए कहा कि तेजस्वी पर है बिहार को भरोसा.
इस अवसर पर रालोसपा के प्रदेश महासचिव राजीव कुशवाहा ने अपने समर्थकों के साथ तेजस्वी यादव के हाथों आरजेडी की सदस्यता ली. इस दौरान उन्होंने कहा की उपेंद्र कुशवाहा बहुत अच्छे लीडर हैं लेकिन बीजेपी ने छल कर उन्हें एक सीट पर लाकर छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि इसी से आहत होकर उन्होंने अपनी पार्टी छोड़ दी और आरजेडी का दामन थाम लिया.
दिलचस्प है कि आई एन डी आई ए की सभा उसी मेडिकल ग्राउंड पर हुई जहां एक दिन पहले एन डी ए की सभा हुई थी. ये वही स्थल है जिसका चुनाव दरभंगा एम्स के लिए सबसे पहले हुआ था. एम्स के लिए डीएमसीएच का ये निर्माण स्थल क्यों बदला गया उस पर दोनों ही प्रमुख गठबंधन के नेता अनवरत मौन साधे रहते हैं. ये स्थल आगे भी नामांकन और चुनावी सभाएं टुकुर टुकुर देखता रहेगा.