राजधानी पटना में वैसे तो कई समस्याएं हैं. लेकिन चर्चा बस एक प्रॉब्लम की है, क्योंकि ये समस्या शहरवासियों के लिए बड़ा नासूर बन गई है. चाहे गर्दनीबाग हो, कंकड़बाग या राजेन्द्र नगर हर जगह बिल्कुल मुख्य रास्ते के पास बने कचरा डंपिंग यार्ड ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है.
कंकड़बाग टेम्पो स्टैण्ड, राजेन्द्र नगर प्रेमचन्द गोलम्बर के पास और गर्दनीबाग अस्पताल के बगल में कूड़ा डंप करने के कारण इतनी बदबू फैली रहती है जिसके कारण लोगों का गुजर पाना भी मुश्किल हो रहा है. कचरे के कारण इन इलाकों में रहने वाले लोगों में गैस से दम फूलने, छींक आने, आँख से पानी आने और बेचैनी की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं. इसके बावजूद नगर निगम द्वारा लगातार इन जगहों पर कूड़ा डंप किया जा रहा है.
बिहार विधान सभा में विरोधी दल के मुख्य सचेतक अरूण कुमार सिन्हा ने कहा कि पटना नगर निगम में कूड़ा डंपिंग करने के लिए रामाचक बैरिया को कूड़ा डंप करने का प्वाइंट बनाया गया लेकिन निगम के पदाधिकारियों की हठधर्मिता की वजह से हर अंचल के रिहायशी इलाकों में ही कूड़ा डंप करने का प्वाइंट बना दिया गया. इन डंप प्वाइंट्स को हटाने के लिए अनेकों बार लोगों द्वारा आन्दोलन होने के बावजूद कूड़ा डंप करना नहीं बन्द हुआ.
अरुण सिन्हा ने कहा कि कंकड़बाग टेम्पो स्टैण्ड और राजेन्द्र नगर प्रेमचन्द गोलम्बर के पास डंपिंग बन्द कराने को लेकर धरना प्रदर्शन, नगर आयुक्त को ज्ञापन देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी. रामाचक बैरिया में बन रहे डंपिंग यार्ड का काम काफी धीमी गति से चल रहा है. आजतक कार्य पूरा नहीं होने और निगम में कूड़ा उठाने एवं डंप करने के संसाधनों का घोर अभाव भी पटना की जनता पर भारी पड़ रहा है.