- जयललिता को उनके प्रशंसक और उनकी पार्टी एआईएडीएमके के नेता, समर्थक प्यार से ‘अम्मा’ या मां कहते थे. उन्हें पुरात्चि थलाइवी (क्रांतिकारी नेत्री) भी कहा जाता था.
- जयललिता ने इस वर्ष मई में दोबारा मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रच दिया था. उन्होंने राज्य में अपनी प्रतिद्वंदी पार्टी डीएमके का विकल्प दिया.
- जयललिता का जन्म 24 फरवरी, 1948 को कर्नाटक राज्य के मैसूर में हुआ था. उन्होंने बेंगलुरु के बिशप कॉटन गर्ल्स से हाई स्कूल की शिक्षा प्राप्त की.बाद में जब उनकी मां ने तमिलनाडु की फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्री के तौर पर करियर शुरू किया तो उन्होंने चेन्नई के प्रजेंटेशन कॉन्वेंट में दाखिला लिया.
- जयललिता के पिता ने निधन होने के बाद उनका परिवार चेन्नई में रहने लगा. उस समय वह महज दो साल की थीं.
- जयललिता पढ़ाई में अच्छी रहीं और वह वकील बनना चाहती थीं लेकिन परिवार की आर्थिक तंगी के चलते उन्हें 15 वर्ष की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री ज्वाइन करनी पड़ी. उन्होंने तमिल, कन्नड़, मलयालम और बॉलीवुड की कुछ फिल्मों में काम किया.
- उनकी पहली फिल्म चिन्नाडा गोम्बे बहुत सफल रही थी. जयललिता ने उस समय के सुपरस्टार एमजी रामचंद्रन उर्फ एमजीआर के सथ 28 फिल्मों में काम किया जो उनके राजनीतिक मार्गदर्शक हुआ करते थे. एमजी रामचंद्रन ने ही एआईएडीएमके की स्थापना की थी.
- 1982 में, 34 वर्ष की उम्र में जयललिता ने एआईएडीएमके पार्टी ज्वाइन कर ली. उन्हें प्रचार विभाग का सचिव नियुक्त किया गया और जल्द ही उन्हें राज्य सभा के लिए मनोनीत कर दिया गया.
- तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे एमजी रामचंद्रन की 1987 में निधन हो गया. अगले वर्ष एआईएडीएमके पार्टी टूट गई क्योंकि पार्टी के कुछ लोग रामचंद्रन की पत्नी का समर्थन कर रहे थे तो कुछ लोग जयललिता के समर्थन में थे. 1991 में जयललिता पहली बार तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनीं.
- इसके बाद 2001 में वह तमिलनाडु की दूसरी बार मुख्यमंत्री बनी. इसके बाद 2011 में तीसरी बार मुख्यमंत्री बनीं.
- 2014 में, भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें सजा हुई. इसके चलते उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. आठ माह बाद उन्हें कर्नाटक हाईकोर्ट ने आरोप मुक्त कर दिया था और उन्होंने फिर से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल ली थी.