समाज के वंचित तबको में बेरोजगारी और पिछड़ेपन को दूर करना जरुरी : बीके रवि

By pnc Nov 30, 2023 #b k ravi ex ips #CONGRESS

 




धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा को आगे लाने का संपूर्ण प्रयास करेंगे

कांग्रेस की कल्याणकारी नीतियों को विस्तारित करने के लिए अपने कर्म भूमि एवं जन्मभूमि बिहार को ही चुना

बिहार में “रूट्स बिहार फाउंडेशन” और “जयकाल देवनंदन फाउंडेशन” से जुड़े

पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में हाल में शामिल हुए भारतीय कांग्रेस पार्टी में तमिलनाडु कैडर के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एवं अवकाश प्राप्त पुलिस महानिदेशक बीके रवि ने बिहार में कांग्रेस की विचारधारा को अग्रसारित करने के लिए कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार प्रकट किये. संवाददाताओं से बात करते हुए रवि ने बताया कि इंडिया एलायन्स की तमाम विचारधारा जिनमें समाज के वंचित तबका, बेरोजगारी, विभिन्न प्रकार के पिछड़ेपन को दूर करने के साथ-साथ धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा को आगे लाने का संपूर्ण प्रयास शामिल है. उन्होंने आगे कहा कि समाज की समेकित विकास तभी मुमकिन है जब सभी तत्वों को साथ लेकर चला जाए, सभी पिछड़े एवं वंचितों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने हेतु समेकित प्रयास किया जाए.महिला सशक्तिकरण पर रवि ने खास जोर दिया. उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं के स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक एवं आर्थिक स्वालंबन की दिशा में कई सरकारी नीतियों को जमीन पर उतारना किसी भी सरकार की पहली प्राथमिकता होती है.

उन्होंने कहा कि बिहार से भारी संख्या में मानव संसाधन बाहर जा रहे हैं, जिनमें बड़ी संख्या में मजदूरों, कामगारों का पलायन एवं अन्य शिल्पकारों का पलायन शामिल है. रवि ने यह भी कहा कि बिहार में पिछड़ रहे औद्योगिक विकास की गति तेज करने के साथ – साथ औद्योगिक इकाइयों की निर्वाध स्थापना करना सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है.

सूबे में रोजगार सृजन पर उनका खासा तवज्जो दिया. गौरतलब है कि बिहार में इंडिया एलायन्स की सरकार है जो निरंतर सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक दिशा में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए मजबूत नीतियों को जमीन पर उतारने में दिन-रात प्रयास में जुटी है. रवि ने सरकार की इन नीतियों को जमीन पर उतारने में अपनी पूरी ताकत झोंकने के लिए तमिलनाडु पुलिस में अच्छी खासी नौकरी से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति प्राप्त करने के बाद अपनी अपनी पूरी ताकत बिहार की दशा और दिशा को बदलने के लिए कांग्रेस की कल्याणकारी नीतियों को विस्तारित करने के लिए अपने कर्म भूमि एवं जन्मभूमि बिहार को ही चुना.

जाने पूर्व आईपीएस अधिकारी बी के रवि को

1998-99 में बोस्नियाई गृहयुद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र शांति सेनामें भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान प्राप्त

पूर्व आईपीएस अधिकारी और तमिलनाडु के डीजीपी ब्रज किशोर रवि ने अपने जीवन के तीन दशक से अधिक समय कानून प्रवर्तन, सार्वजनिक प्रशासन और सुरक्षा के क्षेत्र में समर्पित किया है. इसके साथ ही, सामाजिक सुधार और कृषि के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर, वह हाशिए पर रहने वाले समुदायों के भी एक मजबूत समर्थक रहे हैं.

1989 में, वह भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए और 1998-99 में बोस्नियाई गृहयुद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र शांति सेना (यूएनपीकेएफ) में भारत का प्रतिनिधित्व करने का सम्मान प्राप्त किया. 2000 के दशक की शुरुआत में सीआईएसएफ के हिस्से के रूप में, उन्होंने भारत की सबसे महत्वपूर्ण ऊर्जा प्रतिष्ठानों और विमानन सुरक्षा के लिए सुरक्षा नीतियों और व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण और निर्माण किया. सुरक्षा में उनकी व्यापक विशेषज्ञता के कारण, रवि को भारत सरकार द्वारा 2015 में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के लिए सलाहकार (सुरक्षा) के रूप में नियुक्त किया गया था. वहां, उन्होंने उनकी सुरक्षा नीतियों, तटवर्ती और अपतटीय रिग, रिफाइनरियों और आपूर्ति श्रृंखलाओं को शामिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

भारतीय पुलिस सेवा में 33 वर्षों के उल्लेखनीय करियर के साथ, उन्होंने पुलिस महानिदेशक, सतर्कता, टीएनईबी और तमिलनाडु में अग्निशमन और बचाव सेवाओं के निदेशक सहित कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं में कार्य किया.

बिहार के मूल निवासी, श्री रवि सहरसा जिले के रहने वाले हैं और रविदास समुदाय से हैं. पटना विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में स्नातक की डिग्री के लिए स्वर्ण पदक प्राप्त करने के बाद, उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से समाजशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल करके अपनी शैक्षणिक यात्रा को आगे बढ़ाया. अपने शानदार करियर के दौरान, श्री रवि ने कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किए हैं, जिनमें विशेष रूप से 1998 में संयुक्त राष्ट्र पदक और 1999 में विदेश सेवा पदक शामिल हैं.

कांग्रेस पार्टी के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को साझा करते हुए, समाज के वंचित वर्गों के सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए, उन्होंने 30 सितंबर को स्वेच्छा से अपने सम्मानित पद से सेवानिवृत्त होने का फैसला किया और कांग्रेस पार्टी के साथ एक नई यात्रा शुरू की. मजबूत कांग्रेस संबद्धता वाले परिवार से आने वाले, श्री रवि के पिता, स्वर्गीय तुल मोहन राम, एक स्वतंत्रता सेनानी और 1962 से 1977 तक तीन बार लोकसभा सांसद रहे और 1957 से 1962 तक कांग्रेस पार्टी के विधायक भी रहे.

श्री रवि आधिकारिक क्षमताओं और व्यक्तिगत पहल दोनों के माध्यम से सामाजिक न्याय और मानवाधिकारों की खोज में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं.श्री रवि रोसेरा, समस्तीपुर, बिहार में “रूट्स बिहार फाउंडेशन” और “जयकाल देवनंदन फाउंडेशन” से जुड़े हुए हैं.

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