मरीन ड्राइव, पटना सिटी, दानापुर, फुलवारी, सम्पतचक और खगौल में भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर छठव्रतियों ने मांगी परिवार की सुख-समृद्धि
पटना, अजीत।। रविवार की शाम राजधानी पटना के फुलवारी शरीफ, संपतचक,अनीसाबाद , मानिक चंद तालाब परसा बाजार, पुनपुन और खगौल लख स्थित सोन नहर घाट समेत अन्य पोखरों तालाबों छतों पर बनाए गए कृत्रिम छठ घाट पर पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव से श्रद्धालुओं ने लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा पर भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना की. इस दौरान पटना के विभिन्न छठ घाटों पर आस्था का सैलाब घाटों पर उमड़ पड़ा.
दानापुर के नारीयल घाट गंगा घाट दीघा घाट, पीपा पुल घाट , शाहपुर ,छितनावा सहित दियारे में भी छठव्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्ध्य दिया. वहीं दीघा, रूपसपुर, फुलवारी शरीफ में बिरला कॉलोनी मित्र मंडल कॉलोनी पुलिस कॉलोनी अनिसाबाद सिपारा संजय नगर कंकड़बाग रामकृष्ण नगर जगनपुरा खेमानी चौक समेत कई कॉलोनीयों में लोगों ने अपने घरों की छतों पर कृत्रिम घाट तैयार कर भगवान भाष्कर को अर्ध्य दिया.
वहीं सिपारा सम्पत चक अनीसाबाद फुलवारी समय तक का इलाकों में पूजा समिति के द्वारा स्थापित किए गए भगवान भास्कर के प्रतिमा पंडाल के पास एवं कई छठ घाटों के पास भी एलसीडी लगाकर भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे फाइनल मुकाबला को दिखाया गया.
आस्था का पर्व चैती छठ को लेकर फुलवारीशरीफ समेत आस पास के ग्रामीण इलाकों में घाटों से लेकर विभिन्न जलाशयों के किनारे लाखों श्रद्धालुओं ने अस्त होने वाले भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया और पूजा-अर्चना की. चार दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान के अंतिम दिन सोमवार को व्रती सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे.
घाटों पर सुरक्षा के इंतजाम
महापर्व छठ को लेकर छठ व्रती नदियों और तलाबाों के तटों, तालाब और जलाशयों पर पहुंचे और भगवान भास्कर की पूजा-अराधना की. गंगा तटों पर छठ पूजा के पारंपरिक गीत गूंजते रहे. खगौल, फुलवारी शरीफ प्रखंड शिव मंदिर, तालाब घाट, बहादुरपुर घाट ,करोड़ी चक गणेश सिंह का तालाब, खगौल लख पर ,पुनपुन नदी बीएमपी तालाब,इलाही बाग ,बैरिया भोगीपुर रॉकी मुखिया का तालाब , शाहपुर जगनपूरा तालाब, गौरीचक बेलदारी चक, तारणपुर सकरैचा पुनपुन दरधा नदी घाट समेत तमाम घाटो पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबध किए गए थे . छठ पूजा को लेकर गलियों से लेकर मुख्य सड़क मार्ग और घाटों तक सभी जगह पवित्रता के साथ स्वच्छ भारत की तस्वीर देखने को मिला है.इस लोक आस्था और पवित्रता के महापर्व को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती किया गया .श्रद्धालुभक्तगण स्वतः भक्ति में लीन और अनुशासित हो कर पूजा में शामिल होते हैं.