संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के में परिसर में आयोजित हुआ शोक सभा
आरा. शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित ‘शांति स्मृति’ संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में शुक्रवार को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्रचारक व शिक्षाविद सीताराम सिंह के असमायिक निधन पर शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने की. इस मौके पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने 2 मिनट का मन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. शोक सभा में निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि स्वर्गीय सीताराम सिंह संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के मैनेजिंग कमेटी के सदस्य थे, उनके निधन से विद्यालय परिवार को अपूरणीय क्षति हुई है. वे बहुत ही अनुशासन प्रिय व्यक्ति थे। विद्यालय परिवार को हमेशा मार्गदर्शन देते थे. प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि महान शिक्षाविद व राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित पूर्व प्राचार्य सीताराम सिंह के निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है.
पूर्व प्रधानाचार्य जिन्होंने रचा इतिहास
भोजपुर के शिक्षा जगत को दशा और दिशा तय करने वाले राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत प्रख्यात हस्ती और हित नारायण क्षत्रीय उच्च विद्यालय के पूर्व प्राचार्य सीताराम सिंह का निधन हो गया. कई दिनों से बीमार चल रहे सीताराम सिंह ने अपनी अंतिम सांसें,आरा अपने निवास पर लिया. वो 93 साल के थे जो प्रोफेसर कौलोनी में रहते थे. शिक्षा की दुनिया में सीताराम सिंह का नाम 1980-2000 तक के बीच बहुत ही बड़ा रहा है. तब क्षत्रीय स्कूल में कोई भी अभिभावक शौक से नहीं पढ़ाना चाहता था, लेकिन ज़ब से स्कूल की बागडोर सीताराम सिंह ने संभाली, तब से यह स्कूल शिक्षा व अनुशासन के नाम पर पूरे बिहार में प्रख्यात होता चला गया. मैट्रिक का रिजल्ट 100 फीसदी निकलता रहा, प्रथम आने वाले स्टूडेंट्स भी सौ फीसदी होते रहे . आज भी उनके शिष्य उन्हें बहुत ही सम्मान से देखते हैं. उनके निधन की ख़बर से उनके चाहने वाले बहुत ही दुःखित हैं.
अनुशासन प्रिय स्वर्गीय सीताराम सिंह संभावना विद्यालय परिवार के मार्गदर्शक थे वह विद्यालय के प्रत्येक कार्यक्रमों में शिरकत करते थे बच्चों को अनुशासन में रहकर अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सलाह देते थे। उनके पढ़ाएं हुए हजारों छात्र आज ऊंचे मुकाम पर पहुंचकर विद्यालय का ही नहीं बल्कि पूरे भोजपुर जिले का नाम रोशन कर रहे हैं. शोक सभा में विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका, शिक्षिकेत्तर कर्मचारी एवं छात्र-छात्रा मौजूद रहे.
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