आरा में एक युवती ने दिया चार बच्चे को जन्म

दुर्लभ संयोग का भोजपुर बना गवाह, सभी शिशु स्वस्थ्य

आरा,29 अक्टूबर( ओ पी पांडेय). एक साथ जुड़वे और तीन बच्चों को जन्म लेने की खबर तो आपने सुनी होगी लेकिन क्या चार बच्चों को एक साथ किसी युवती द्वारा जन्म देने की खबर आपने सुनी है. अभी तक आपने देश के दूसरे हिस्सों से ऐसी खबर सुनी होगी लेकिन अब यह खबर भोजपुर जिले से जुड़ी है. जी हाँ एक साथ चार बच्चों को जन्म आरा के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में बक्सर की एक युवती ने दिया है. इसके पूर्व राजस्थान के टोंक जिले की किरण कंवर ने इसी साल अगस्त में 4 बच्चों को जन्म दिया था वही 18 जुलाई को श्रीगंगानगर की शालू ने भी चार बच्चों को जन्म दिया था.




चार बच्चों को जन्म देने वाली माँ बक्सर जिले के छोटकी नैनिजोर की ज्ञानती देवी है जो भरत यादव की पत्नी है. चार बच्चों के एक साथ जन्म की खबर से न सिर्फ पति बल्कि अन्य परिजनों में खुशी की चौगुनी चौकड़ी देखी जा रही है बल्कि यह सबके लिए अनोखा और अचंभित करने वाली खबर भी है. इस खबर को सुनते ही सभी जानने वाले चारों बच्चों को देखने के लिए एक उत्सुकता से भर जा रहे हैं.

चारों बच्चों के पिता भरत यादव ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनकी पत्नी का इलाज डॉक्टर गुंजन सिंह के क्लिनिक में चल रहा था जहाँ शनिवार को डॉक्टर गुंजन सिंह के द्वारा सफल ऑपरेशन हुआ और उनकी पत्नी ने चार स्वस्थ बच्चों को जन्म दिया.

दुर्लभ होता है ऐसा संयोग

डॉक्टर से लेकर बच्चों के देखने वाले तक में बड़ी खुशी इस बात को लेकर है कि बच्चों सहित महिला स्वस्थ है.दुर्लभ होता है एक साथ 4 बच्चों का जन्म डॉक्टरों की माने तो ऐसा बहुत ही दुर्लभ होता है. ये दुर्लभ चांस लगभग 700,000 गर्भधारण में से केवल 1 में होता हैं. लेकिन ऐसी दुर्लभ स्थितियों में जन्म लेने वाले बच्चों के दौरान माँ और बच्चे दोनों के लिए जटिलताओं की संभावना सामान्य से अधिक होती है. चार बच्चों के साथ गर्भवती महिलाओं को प्रीक्लेम्पसिया विकसित होने का 90% जोखिम होता है, जो उच्च रक्तचाप की विशेषता वाली एक खतरनाक गर्भावस्था जटिलता है.

चार बच्चों के जन्म की बात हो तो आइए समझते हैं कि भारत में प्रत्येक सेकंड में करीब 4 बच्चों का जन्म होता है यानि कि हर 1 मिनट में लगभग 240 बच्चे भारत में जन्म लेते हैं. इसतरह भारत में प्रतिदिन 68,500 बच्चे जन्म लेते हैं, जो दुनिया में जन्‍म लेने वाले बच्चों का पांचवा हिस्सा है. जबकि प्रत्‍येक मिनट इनमें से एक नवजात शिशु की मौत हो जाती है. अगर चार बच्चों के जन्म लेने का प्रतिशत 1 प्रतिशत भी बढ़ जाये जो समझिये जनसंख्या में कितना इजाफा हो जाएगा.

डॉक्टर की निगरानी में हैं प्रसूता और शिशु

प्रसूता की निगरानी कर रही डॉक्टर गुंजन सिंह ने बताया कि एक मां की कोख में पल रहे चार बच्चों का जन्म ऑपरेशन से एक साथ हुआ. सबसे अहम बात यह रही की प्रसूता के साथ ही नवजात भी खतरे से बाहर है हालांकि इस दुर्लभ जन्म के बाद प्रसूता और बच्चे को चिकित्सीय देखरेख में रखा गया है. चारों जन्म लेने वाले शिशुओं में चारों बालक हैं.

वही शांति मेमोरियल हॉस्पिटल के निदेशक डॉक्टर विकास सिंह ने बताया कि यह हमारे लिए खुशी की बात है की पहली बार एक साथ चार बच्चों ने जन्म लिया जो पूरी तरह से स्वस्थ हैं डॉक्टर गुंजन सिंह की देखरेख में सफल ऑपरेशन हुआ. ऑपरेशन के दौरान मरीज को बेहोशी वाले डॉक्टर में डॉक्टर कलीम थे. डॉक्टर विकास भी ओटी में थे. बिहार में बहुत कम ही सुनने को मिलता है कि एक साथ चार बच्चों ने जन्म लिया हो. यह बहुत खुशी की बात है कि सभी जन्मजात पूरी तरह स्वस्थ हैं. पीडिया के डॉक्टर अमरजीत कुमार की देखरेख में नवजात शिशु है जो बिल्कुल स्वस्थ हैं.

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