बच्चे और बड़े लोगों ने उठाया खूब लुत्फ़
कुहासे पर पटना नाउ की लाइव रिपोर्ट
ठण्ड का जिक्र हो और कुहासे और धुंध की बात न आये ये कैसे हो सकता है. वस्तुतः ठंड का एहसास इस कुहासे और धुंध को देखने के बाद ही आता है. कल से दिसम्बर में प्रवेश प्रवेश करेंगे लेकिन अबतक धुंध और कुहासे का इस वर्ष पता ही नहीं था. मौसम की पहली और मजेदार धुंध का आगाज देर हुआ लेकिन दुरुस्त हुआ जब आज सुबह लोगों ने आँखे खोल बाहर का नजारा लिया. पुरे कानपुर और आसपास के इलाके चाहे वो बड़ा बाजार हो, लाल बंगला हो, हबीबगंज हो, रामादेवी हो, लालगंज हो या फिर कोई अन्य इलाके, आज धुंध की चपेट में हैं. धुंध इतना ज्यादा है कि 5 मीटर की भी चीजें देखना मुश्किल है. सड़कों पर वाहनों की गति धीमी हो गयी है वही ट्रेनों की रफ्तार भी धीमी ही पड़ गयी हैं जिससे अधिकतर गाड़ियाँ देर से ही चल रही हैं.
वैसे सबसे मजे आज बच्चे उठाते दिखे. सुबह सुबह स्कुल जाने वाले बच्चों के चेहरे पर आज ख़ुशी कुछ ज्यादा ही थी और चहकते चहलकदमी करते पैदल और साइकिल से जाने वाले दिखे. हो भी क्यों न मौसम का पहला कुहासा जो है. जाड़े की शुरुआत हो गयी थी लेकिन यही तो नहीं अबतक देखने को नहीं मिला था. आज जैसे इन्तजार ही ख़त्म हो गयी. पटना नाउ ने कुछ लोगों से ये जानने की कोशिश की, कि कैसा लगा इस धुंध के आने के बाद —
रामादेवी इलाके में मिले प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले उदय शंकर के लिए आज का दिन बहुत ही ख़ुशी भरा है. कुहासे को देख ठण्ड के दस्तक की ख़ुशी है. वो बताते हैं कि आज महसुस हुआ की जाड़ा यानि ठंड आ गयी.
वही लाल बांग्ला इलाके में रहने वाली गृहणी नीरज उपाध्याय को आज सुबह धुंध देखने के बाद ठण्ड का एहसास हुआ है. सुबह छत से मौसम की मिजाज को कुछ देर निहारा और अब कहती हैं कि कुहासा देखकर अब मन कर रहा है कि रजाई ओढ़कर बस सो जाएँ, क्योंकि ठण्ड जो आ गयी.
प्राइवेट स्कुल में बच्चों को पढ़ाने वाली रिया बताती है कि आज मौसम का लुत्फ़ उठाने लायक है, लेकिन स्कुल सुबह होने के कारण ये आनंद बस सन्डे को ही हो सकता है पर सुबह फ्रेश हो के इस मौसम में जाना ही एक सुखद एहसास है.
वहीं 10 वीं में पढ़ने वाली श्रेया ने आज हॉलिडे मनाने का दिल बनाया है. वो सुबह से मौसम का बदलता रूप मोबाइल में कैद कर रही है. साथ ही मॉर्निंग वॉक भी कर रही है. अब दिन में बदलते मिजाज पर भी नजर र
हेगा ही, यहां तक की आज एक शादी में जाने का प्लान है तो श्रेया का आकलन है कि रात में भी आज कुहासा रहेगा इसलिए कुहासे भरे शादी में जाना तय कर लिया है.
वहीँ आठवीं का स्टूडेंट अमन पुष्प, आज के मौसम के कारण पार्क का भ्रमण कर रहा है. हालाकि ये भ्रमण रोज नहीं होता है लेकिन धुंध एक ऐसा माहौल बनाता है कि जी तो यही करता है कि अब रोज मॉर्निंग में टहलने जाना चाहिए.
पटना से एक शादी के लिए अपने दीदी के यहां आये हाईकोर्ट के अधिवक्ता भरत जी चौबे हैसे हुए कहते हैं कि सुबह का मौसम धुंध से भरा देखा, तो लगा जैसे बहुत ठण्ड होगी लेकिन इस मौसम में एटीएम के बाहर लाइन में लगकर जो पैसे निकालने का आनंद है न वो ठण्ड को गायब कर दे रहा है. घंटो एटीएम के पास पैसे निकालने के लिए ही सही पर खड़ा रहना मौसम के इस बदले मिजाज से एक रिश्ता तो बना ही देता है.
रिपोर्ट -कानपुर से ओ पी पांडेय