पुराने संसद भवन को बनाने का फैसला विदेशी शासकों का था, लेकिन पसीना-पैसा देश का लगा
भारत का सामर्थ्य पूरी दुनिया ने देखा, मून मिशन की सफलता से सभी का ध्यान हमारी तरफ
पुरानी संसद में सोमवार को संसद की कार्यवाही का आखिरी दिन है.मंगलवार यानी 19 सितंबर से संसद की कार्यवाही नए संसद भवन में होगी। पीएम मोदी ने इस भवन में अपनी आखिरी स्पीच में कहा कि देश 75 वर्षों की संसदीय यात्रा का एक बार फिर से संस्मरण कराने के लिए और नए सदन में जाने के लिए उन प्रेरक पलों को, इतिहास की अहम घड़ी को स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का ये अवसर है. हम सब, इस ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इस भवन को संसद भवन के रूप में पहचान मिली। इस इमारत का निर्माण करने का फैसला विदेशी शासकों का था. हम गर्व से कह सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में पसीना, और परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था.पैसे भी मेरे देश के लोगों के लगे.
उन्होंने कहा- ‘ये सत्र छोटा है लेकिन समय के लिहाज से बड़ा है. पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा- सभी सांसद उमंग और उत्साह के वातावरण में मिले.रोने-धोने के लिए बहुत समय होता है करते रहिए. जीवन में कुछ पल ऐसे भी होते हैं, जो उमंग से भर देते हैं.मैं इस छोटे सत्र को इसी रूप में देखता हूं.मोदी ने आगे कहा कि भारत का सामर्थ्य पूरी दुनिया ने देखा। मून मिशन की सफलता…. चंद्रयान-3, हमारा तिरंगा फहरा रहा है। शिव शक्ति प्वाइंट नई प्रेरणा का केंद्र बना है। तिरंगा प्वाइंट हमें गर्व से भर रहा है.
केंद्र सरकार ने 18 से 22 सितंबर तक संसद का विशेष सत्र बुलाया है. स्पेशल सत्र में पांच बैठकें होंगी. इस दौरान चार बिल पेश किए जाएंगे.उधर विपक्षी पार्टियों ने सरकार से सवाल-जवाब करने के लिए 9 मुद्दों की लिस्ट तैयार की है. विपक्षी गठबंधन इंडिया से 24 पार्टियां इस सेशन में हिस्सा लेंगी.पीएम सोमवार सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर संसद पहुंचे और मीडिया को संबोधित किया।पीएम सुबह 10.45 बजे संसद पहुंचे.