कहीं ओमिक्रोन के नये वेरिएंट बिहार में भी तो नहीं,4 की संदिग्ध मौत




सिरदर्द और उल्टी की शिकायत के बाद 24 घंटे के अंदर 4 की संदिग्ध मौत

डॉक्टर भी कारणों से अनजान,आनन फानन में शव का अंतिम संस्कार

सिर दर्द और उल्टी की शिकायत आई थी सामने

एक मरीज का पीएचसी में चल रहा है इलाज

सभी के स्वजनों ने शवों का किया अंतिम संस्कार

सिर दर्द और उल्टी की शिकायत आई थी सामने

सांस लेने में दिक्कत, सीने में जलन और काफी बेचैनी

दुनिया भर में रिपोर्ट किए गए नए कोविड -19 मामलों की संख्या में पिछले महीने 80 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी देते हुए कहा है,’वायरस फैलता रहेगा और म्यूटेट होता रहेगा. इससे अस्पताल में भर्ती होने और कभी-कभी मौत के आंकड़ों में भी वृद्धि देखने भी मिल सकती है. रिपोर्ट किए गए मामलों और मौतों की एकदम सटीक संख्या बताना मुश्किल है क्योंकि महामारी के पहले चरण की तुलना में अभी बहुत कम टेस्टिंग और मॉनिटरिंग हो रही है.डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि नए वायरस EG.5.1-का अब म्यूटेन होना शुरू हो गया है अब वो नए प्रकार से मरीजों को अपना शिकार बना रहा है.

WHO

पुपरी (सीतामढ़ी): बिहार के सीतामढ़ी में पुपरी थाना क्षेत्र की रामनगर बेदौल पंचायत में पिछले 24 घंटे के दौरान चार लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. सभी के शवों का स्वजन ने आनन-फानन अंतिम संस्कार भी कर दिया.मृतकों में मधुबनी गांव निवासी सिंघेश्वर मंडल (60), बेदौल गांव के अनिल राम (24), इसी गांव के लालबाबू खान (35) और राजकिशोर ठाकुर (35) शामिल हैं. बेदौल गांव निवासी मैनेजर दास के पुत्र जयचंदर दास (25) का इलाज पीएचसी में चल रहा है.मंगलवार की रात सिंघेश्वर मंडल को तबीयत बिगड़ने पर पीएचसी में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर देख चिकित्सकों ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया. वहां ले जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.इसी तरह अनिल राम व लालबाबू खान को तबीयत बिगड़ने पर बुधवार की रात पीएचसी में भर्ती कराया गया. इन दोनों को भी सदर अस्पताल रेफर किया गया. दोनों की भी मौत रास्ते में हो गई.राजकिशोर की मौत निजी अस्पताल में होने की बात सामने आ रही है.

गुरुवार को जयचंद्र दास को स्वजन ने पीएचसी में भर्ती कराया. इलाज चल रहा है. सोने के कुछ ही देर बाद सिर दर्द व उल्टी की शिकायत सामने आई. स्वजन कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं.एएसपी दीक्षा ने इस बारे में अनभिज्ञता जताई. कहा कि इस तरह की कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने जांच कराने की बात कही.लेकिन जाँच नहीं हुई .पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कफील अख्तर ने बताया कि जिन लोगों को यहां इलाज के लिए लाया गया था, उन्हें सांस लेने में दिक्कत, सीने में जलन और काफी बेचैनी थी.प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें रेफर कर दिया गया. मेडिकल जांच कराई गई होती, तो पता चलता कि उन लोगों ने ऐसा क्या खाया-पिया था, जिससे तबीयत बिगड़ी.

संवाद सहयोगी. सीतामढ़ी

By pnc

Related Post