शिक्षकों पर सरकारी क्रैकडाउन से माले खफा
मांग अनसुनी, बदले में गिर रही गाज
शिक्षकों पर कार्रवाई का डीईओ के पत्र दमनात्मक
सरकार वार्ता के टेबल पर आए
संजय मिश्र,दरभंगा
बुधवार 12 जुलाई 2023 को सीपीआई एमएल यानि माले ने शिक्षकों पर सरकारी दमन के प्रति आक्रोश का इजहार किया है. राज्य के जेडीयू नीत गठबंधन सरकार का समर्थन करने के बावजूद माले ने दो टूक कह दिया है कि शिक्षकों पर क्रैकडाउन की इंतहा छोड़ सरकार वार्ता के टेबल पर आए.
भाकपा(माले) जिला सचिव बैद्यनाथ यादव ने आंदोलनरत नियोजित शिक्षकों पर शिक्षा विभाग के आदेश पर की जा रही कार्रवाई की निंदा की है और इस पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है. पार्टी जिला सचिव ने कहा है कि जब महागठबंधन के विधायकों की संयुक्त बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाम दलों और 11 जुलाई को विधान परिषद में वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी आंदोलनरत शिक्षक संगठनों से वार्ता की बात कह चुके हैं, ऐसे में शिक्षकों पर कार्रवाई का आदेश समझ से परे है.
माले नेता ने पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा है कि यह सही है कि 10 जुलाई को ही मुख्यमंत्री ने विधानमंडल सत्र के बाद वार्ता का आश्वासन दिया था. लेकिन 11 जुुलाई को विभिन्न शिक्षक संगठनों की ओर से बहुत पहले से विधानमंडल के समक्ष धरना का कार्यक्रम घोषित था, जो बेहद शांतिपूर्ण संपन्न हुआ. प्रदर्शन में भाग लेने के लिए पटना जा रहे शिक्षकों को जगह-जगह परेशान किया गया. कई शिक्षकों को गिरफ्तार भी किया गया. प्रशासन का यह रवैया ठीक नहीं था.
पता चला है कि शिक्षा विभाग के अपर सचिव ने तमाम जिला शिक्षा पदाधिकारियों को यह निर्देश दिया है कि पटना के प्रदर्शन में भाग लेने वाले शिक्षकों की पहचान कर उन पर कार्रवाई की जाए. यह ब्यूरोक्रेटिक रवैया हमें स्वीकार नहीं. बयान के मुताबिक इसी आलोक में दरभंगा जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जो चिट्ठी निकाली गई है वो काफी दुखद है.माले नेता ने बिहार के मुख्यमंत्री से मांग की है कि दमन की कार्रवाइयों पर अविलंब रोक लगाई जाए और शिक्षक नियमावली 2023 पर वार्ता का समय दें.
आपको बता दें कि तमाम बीईओ को लिखे डीईओ के पत्र में कहा गया है कि 11 जुलाई को पटना में हुए शिक्षक संगठनों के प्रदर्शन में शामिल होने वाले दरभंगा जिले के शिक्षकों की पहचान कर उन पर कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन अविलंब उपलब्ध कराबें. पत्र में कहा गया है कि पहचान के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से भेजी गई तस्वीरें और वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया जा रहा है.
उधर, शिक्षकों की मांगों के समर्थन में बीजेपी पटना में 13 जुलाई को प्रदर्शन करने जा रही है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस प्रदर्शन की तीव्रता को कम करने के लिए सरकारी अमला ने प्री एंप्टिव कार्रवाई के तहत शिक्षकों पर क्रैकडाउन को तीखा किया है. संदेश साफ है.