बिहार के 6 जिलों में वाटर स्पोर्ट्स केन्द्र अक्टूबर से होंगे शुरू

पटना,दरभंगा,बांका, मुंगेर, जमुई, मोतिहारी और पूर्णिया में वाटर स्पोर्ट्स की मिलेगी सुविधा

केंद्रों पर बनेंगे ईको फ्रेंडली घर, स्विस कॉटेज भी होगा उपलब्ध

50 हजार के ठहरने की होगी क्षमता

राज्य में ही हर साल 10 करोड़ रु. खर्च होंगे

20 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा

बिहार के लोगों को वाटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद लेने दूसरे राज्य अब जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. पर्यटकों को पटना, दरभंगा, बांका, मुंगेर, जमुई, मोतिहारी और पूर्णिया में वाटर स्पोर्ट्स की सुविधा मिलेगी. राज्य सरकार ने सात जिलों में आठ जगहों पर वाटर स्पोर्ट्स केन्द्र को मंजूरी दे दी है. इसमें राज्य का सबसे लंबा करीब दो किमी का वाटर स्पोर्ट्स सेंटर पटना में गंगा किनारे बनेगा. बाकी सभी जगहों पर एक किमी में विकसित किया जाएगा.

यह सब बिहार राज्य पर्यटन निगम द्वारा किया जाएगा. निगम ने इस दिशा में कार्रवाई तेज कर दी है. अक्टूबर तक सभी आठों जगहों पर वाटर स्पोर्ट्स केन्द्र शुरू करने का लक्ष्य है. वाटर एडवेंचर्स स्पोर्ट्स में पैरासेलिंग बोट, मोटर बोट, स्की स्कूटर, 25 सीटर बोट, वाटर स्कीइंग, जेट स्की, काईट सर्फिंग, बनाना राइड्स, स्कूबा डाइविंग, जेटस्की बंपर राइड, कियाकिंग, कश्ती नौकायन और कई साहसिक खेलों का मजा ले सकते हैं.

जिन 8 केंद्रों पर वाटर स्पोर्ट्स सेंटर बनेंगे वहां ठहरने का भी इंतजाम होगा. स्विस कॉटेज व ईको फ्रेंडली घर बनेंगे. यहां 50 हजार लोगों के ठहरने का इंतजाम होगा. स्विज कॉटेज में गर्मी में एसी और ठंड में हीटर का प्रबंध रहेगा. प्रत्येक स्विज कॉटेज डबल बेड का होगा. पर्यटन निगम की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा मिलेगी. प्रत्येक केन्द्र पर कैफेटेरिया और ओपन रेस्टाेरेंट होगा. बच्चों के मनोरंजन के लिए चिल्ड्रन पार्क भी होगा.

बिहार स्टेट टूरिज्म एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सह टूरिज्म एक्सपर्ट अभिषेक तिवारी ने बताया कि वाटर स्पोर्ट्स का लुत्फ उठाने बिहार से हर साल करीब एक लाख लोग गोवा, अंडमान आदि जगहों पर जाते हैं. करीब 15 करोड़ खर्च करते हैं. बिहार में वाटर स्पोर्ट्स की सुविधा शुरू हो जाएगी तो करीब 10 करोड़ रुपए राज्य में ही खर्च होगा.

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By pnc

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