पानी के भीतर 12,500 फीट अंदर मिला टाइटन
पटना, 25 जून. मानव की यात्राएं भी अजीबो-गरीब होती है. कभी पहाड़ और सुंदर वादियों को देखने के लिए तो कभी बर्फ से ढके पहाड़ो को देखने के लिए तैयारी करते रहते हैं. यह अमूमन हर आम व्यक्ति अपने नियमित जीवन में काम के थकान को मिटाने के लिए करता है. यात्राएं नई ऊर्जा देती हैं. लेकिन जब इंसान के पैसे बहुत ज्यादा हो जाते हैं तो वे त्रासदी या त्रासदी से बचे चीजों को देखने की यात्रा का प्लान बनाते हैं. ऐसे ही यात्रा के लिए निकले दुनिया के 5 अमीरजादे जिन्होंने 1985 में मिले टाइटेनिक के मलबे को 3500 मीटर समुंद्र के अंदर देखने का प्लान बनाया.
इस यात्रा के किये एक पनडुब्बी जिसका नाम टाइटन था बुक हुआ और 2 करोड़ प्रति व्यक्ति उसका किराया तय हुआ. लेकिन टाइटेनिक की तरह ही टाइटन भी मनहूस साबित हुआ अपने यात्रा के आरम्भ के 2 घन्टे बाद ही उसका संपर्क टूट गया और 90 घँटे तक ऑक्सीजन देने वाले इस सबमरीन की खोज होने लगी और जब 90 घँटे बीत जाने पर भी वह नही मिला तो किसी के बचने की उम्मीद नही रही. जिसको US कोस्टगार्ड ने शुक्रवार को कन्फर्म किया जब उसे टाइटन के मलबे मिले. यात्रा के 2 घँटे के बाद ही वह टकराकर टूट गया और उसमें बैठे सभी पांचो लोग दुनिया से विदा हो गए.
टाइटेनिक के मलवे को देखने निकले रोमांचक यात्रा पर निकले पनडुब्बी टाइटन को शुक्रवार को तड़के यूएस कोस्ट गार्ड ने खोज निकाला है. 4 दिनों से लापता पनडुब्बी अपने इस रोमांचक यात्रा के दौरान उतरने के क्रम में ही एक ‘भयावह विस्फोट’ में नष्ट हो गई और उसमें सवार सभी पांच लोग मारे गए. यूएस कोस्ट गार्ड के अनुसार एक रोबोटिक डाइविंग वाहन ने समुद्र तल पर सबमर्सिबल टाइटन से मलबे के क्षेत्र की खोज की और जहाज के पांच प्रमुख टुकड़ों की पहचान की. मानव अवशेषों का कोई उल्लेख नहीं किया गया.
टाइटन’ पानी के भीतर लगभग 12,500 फीट नीचे टाइटैनिक जहाज के मलबे की ओर उतर रहा था, तभी रविवार को सतह पर मौजूद वाहन से उसका संपर्क टूट गया. मिशन चलाने वाले ओशनगेट एक्सपीडिशन ने भी एक बयान जारी कर कहा कि टाइटन पर सवार पांच लोगों में से कोई भी जीवित नहीं बचा है.
यात्रियों में ओशनगेट एक्सपीडिशन के सीईओ स्टॉकटन रश थे, जो मिशन का संचालन कर रहे थे, ब्रिटिश अरबपति और खोजकर्ता 58 वर्षीय हामिश हार्डिंग, पाकिस्तानी मूल के व्यवसायी 48 वर्षीय शहजादा दाऊद और उनके 19 वर्षीय बेटे सुलेमान, दोनों ब्रिटिश नागरिक और फ्रांसीसी समुद्र विज्ञानी और प्रसिद्ध टाइटैनिक विशेषज्ञ 77 वर्षीय पॉल-हेनरी नार्जियोलेट, जिन्होंने दर्जनों बार मलबे का दौरा किया था.
PNCB