खुफिया जानकारी जुटाने की मॉडर्न टेक्नोलॉजी में हैं माहिर
सात सालों से देख रहे रॉ का ऑपरेशनल डिवीजन
पड़ोसी देशों के मामलों के माने जाते हैं विशेषज्ञ
रॉ के नए चीफ रवि सिन्हा आरा के एमपी बाग के निवासी और स्व. बिपिन प्रसाद सिन्हा जी के पुत्र हैं
आरा के रहने वाले 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रवि सिन्हा को देश की खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग यानी रॉ का नया चीफ नियुक्त करने की मंजूरी दी है.केंद्र के नरेंद्र मोदी सरकार के इस निर्णय से भोजपुर वासियों में खुशी की लहर है. स्पेशल सेक्रेटरी कैबिनेट सेक्रेटेरिएट, रवि सिन्हा को ‘रॉ’ चीफ की जिम्मेदारी सौंपी गई है. रवि सिन्हा छत्तीसगढ़ कैडर के आईपीएस ऑफिसर हैं. रवि सिन्हा अभी तक वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कैबिनेट सचिवालय में स्पेशल सेक्रेटरी के रैंक पर तैनात हैं. वे मौजूदा चीफ सामंत गोयल, आईपीएस (पंजाब 84) का स्थान लेंगे. सामंत गोयल 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं. रवि सिन्हा उनकी जगह लेंगे और 2 साल तक इस पद पर रहेंगे. सिन्हा की नियुक्ति चीन के साथ सीमा पर हालिया तनाव के बीच भारत के खुफिया तंत्र को मजबूत करने और महत्वपूर्ण पदों पर निर्बाध निरंतरता सुनिश्चित करने की सरकार की प्रतिबद्धता के बीच हुई है. रवि सिन्हा फिलहाल कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर सेवा दे रहे हैं. कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी ने सिन्हा के नाम को मंजूरी दी है.
रवि सिन्हा को रॉ का सचिव बनाकर मोदी सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उनके लिए खुफिया एजेंसियों की संचालन क्षमता सर्वोपरि है. छत्तीसगढ़ कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी रवि सिन्हा पिछले सात सालों से रॉ में ऑपरेशन डिवीजन के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं. उन्हें सूचनाएं और जानकारियां जुटाने के एरिया में आधुनिक तकनीक को अपनाने का श्रेय दिया जाता है.
एक लो प्रोफाइल अधिकारी, रवि सिन्हा अपनी पेशेवर क्षमता के लिए सभी खुफिया समुदाय में व्यापक रूप से सम्मानित व्यक्ति हैं. उन्होंने कई क्षेत्रों में काम किया है, और अपनी नई भूमिका में अनुभव और ज्ञान का जखीरा लेकर फील्ड में उतरेंगे. उन्हें जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों के अलावा पड़ोस के घटनाक्रमों पर अच्छी पकड़ के लिए जाना जाता है, जहां उन्होंने समय के साथ अलग-अलग बिंदुओं पर काम किया है. यह उन्हें हमारे समय की चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक साथ काम करने के लिए तकनीक और मानव बुद्धि आयामों को एकीकृत करने में सक्षम बनाता है. संयोग से, इंटेलिजेंस ब्यूरो के वर्तमान निदेशक तपन डेका भी 1988 बैच के हैं और कई वर्षों तक आईबी में संचालन के प्रमुख थे. रवि सिन्हा सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली के पूर्व छात्र हैं. मंत्रालय के आदेश में कहा गया कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दो साल के कार्यकाल के लिए सिन्हा को रॉ के नए प्रमुख के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. रवि सिन्हा की वर्तमान में पोस्ट स्पेशल सेक्रेटरी रैंक की है. उनकी अगली पोस्टिंग रॉ में सेक्रेटरी के पद पर होगी.
ये तस्वीर सोशल मीडिया से प्राप्त हुई है
जाने रवि सिन्हा के बारे में
रॉ के नए चीफ रवि सिन्हा आरा के एमपी बाग के निवासी है और स्व. बिपिन प्रसाद सिन्हा जी के पुत्र हैं. कायस्थ परिवार से आने वाले आईपीएस अधिकारी और नए रॉ चीफ रवि सिन्हा के पिता जी स्व.बिपिन प्रसाद सिन्हा प्रोफेसर थे और झारखंड के धनबाद से रिटायर होने के बाद पत्नी के साथ आरा के एमपी बाग,पत्थरवाली गली में स्थित अपने पुश्तैनी मकान में ही रहते थे.इस दौरान श्री रवि सिन्हा जी का भी अक्सर आरा आना जाना होता था.
रॉ चीफ दो भाई और एक बहन हैं.उनके एक भाई सुदीप बिजनेस मैनेजमेंट कर दिल्ली में बिजनेश करते हैं.उनकी बहन शादी के बाद परिवार संग अमेरिका में रहती हैं.रवि सिन्हा जी की पढ़ाई लिखाई दिल्ली में हुई है.वे दस साल पूर्व एमपी बाग आरा अपने घर आये थे.उनके इसी मकान के हाते में उनके चचेरे भाइयों का भी परिवार रहता है.उनका आवास पुरानी पुलिस लाइन के पुलिस क्लब से सटा हुआ है और यहां से शुरू होने वाली पत्थरवाली गली में प्रवेश करते ही उनके घर का मुख्य प्रवेश द्वार है.इनके पिता जब रिटायर होकर आरा आये तो अपने पुश्तैनी मकान का नाम नर्बदा भवन रखा.आईपीएस अधिकारी के पिता स्व.बिपिन प्रसाद सिन्हा के निधन के बाद उनकी मां उनके साथ दिल्ली में ही रहती हैं. नए रॉ चीफ के आरा एमपी बाग स्थित पुश्तैनी मकान के ठीक बगल में टीएसआई महिला कॉलेज के प्रोफेसर डॉ. संदीप कुमार,कल्याणपुर निवासी सुरेन्द्र लाल,वार्ड कमिश्नर पति लल्लू कुमार,पूर्व वार्ड पार्षद स्व.विनय कुमार सिन्हा,पूर्व वार्ड कमिश्नर भीम लाल का मकान है. आरा के इस लाल के नए रॉ चीफ बनने पर एमपी बाग आरा सहित पूरे जिले में खुशी की लहर है.
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