19 जून के बाद नाम बदल कर चाइल्ड हेल्पलाइन नाम से सेवा शुरू होगी
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने की घोषणा
बिहार सहित नौ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में चाइल्ड लाइन सेवा बंद
24 जिलों के 400 से अधिक कर्मी होंगे बेरोजगार
26 साल पहले हुआ था चाइल्ड लाइन का गठन
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, दादर नगर हवेली, दमन-दीव, गुजरात, गोवा, कर्नाटक, लद्दाख, मिजोरम और पुडुचेरी में सेवा बंद
बिहार सहित नौ राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में चाइल्ड लाइन सेवा 19 जून के बाद बंद हो जाएगी. उसकी जगह चाइल्ड हेल्पलाइन नाम से सेवा शुरू होगी . इसका संचालन मिशन वात्सल्य के तहत होगा. महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने चाइल्डलाइन फाउंडेशन द्वारा संचालित इस सेवा को समाप्त करने की घोषणा की है. 19 जून के बाद बिहार में चाइल्ड लाइन सेवा कैसे चलेगी, इसकी न तो योजना बनी है और न कर्मचारियों की बहाली की प्रक्रिया शुरू हुई है. 19 जून के बाद मुश्किल में फंसे बच्चे डायल 1098 पर कॉल करते हैं तो सहायता मिलेगी या नहीं यह भी तय होना बाकी है.
राज्य के 24 जिलों में चाइल्ड लाइन सेवा चल रही है. 400 से अधिक कर्मचारी हैं. अगर राज्य सरकार इन कर्मचारियों का समायोजन चाइल्ड हेल्पलाइन में नहीं करती है तो सारे कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे.अधिकारियों ने बताया कि विभाग देख रहा है कि इन्हें कहां समायोजित करना है,
26 साल पहले मुंबई में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विसेज ने इसकी शुरुआत की थी. बाद में सामाजिक सुरक्षा एवं अधिकारिता मंत्रालय ने इसे अडॉप्ट किया. अब महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की ओर चलाया जा रहा. समाज कल्याण निदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि 19 जून के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन कैसे चलेगा. यह नीतिगत निर्णय का मुद्दा है. सारी समस्याओं का समाधान होगा. कर्मचारियों के संबंध में निर्णय प्रक्रियाधीन है.