राधा चरण सेठ के घर से मिले अहम दस्तावेज जब्त




ईडीने  तीन राज्यों में 24 ठिकानों पर मारा छापा

राधाचरण सेठ, संजय सिंह, सुभाष यादव, अशोक कुमार, जगनारायण, सतीश कुमार के घर हुई छापेमारी

आधा दर्जन बालू कारोबारियों के करीब दो दर्जन ठिकानों पर ईडी का छापा

अवैध बालू खनन मामला; अवैध बालू कारोबार से जुड़े हैं बड़े लोग

बालू के अवैध कारोबार के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को बिहार सहित तीन राज्यों में बड़ी कार्रवाई करते हुए जदयू विधान पार्षद राधाचरण सेठ, संजय सिंह, सुभाष यादव, अशोक कुमार, जगनारायण, सतीश कुमार के पटना, दानापुर, औरंगाबाद, भोजपुर, धनबाद, रांची, हजारीबाग समेत 24 अलग-अलग ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. इनमें कई बालू कारोबारियों का संबंध बिहार में बालू का सरकारी कार्य करने वाली ब्राडसन और आदित्य मल्टीकाम के साथ है. चार से पांच घंटे लगातार चली छापामारी के दौरान ईडी ने कई अहम दस्तावेज अपने कब्जे में लिए हैं. जांच के दौरान बालू कारोबारियों के पास बड़ी संपत्ति होने के प्रमाण भी मिले हैं. बिहार में बालू के वैध और अवैध कारोबार में बड़े लोग लगे हैं. प्रवर्तन निदेशालय बीते कई महीनों से बालू कारोबारियों के बारे में जानकारी जुटा रही थी. कुछ जानकारियां उसे बालू से जुड़े मामले में विभिन्न जिलों में बालू कारोबारियों और बालू का कारोबार करने वाली कंपनियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी से हासिल हुई थी.

पुख्ता जानकारियां जुटाकर प्रवर्तन निदेशालय की अलग-अलग टीमों ने सोमवार की सुबह-सुबह पटना में जदयू विधान पार्षद राधा चरण सेठ के पटना (एसके पुरी, वीरचंद पटेल पथ, आरा अनाईठ बिहारी मिल स्थित आवास एवं फार्म हाउस) सुभाष यादव के पटना, दानापुर, औरंगाबाद, धनबाद में जगनारायण सिंह व उनके सहयोगियों के पांच स्थानों के अलावा झारखंड क्रिकेट बोर्ड के पूर्व सचिव संजय सिंह के हजारीबाग मिशन रोड स्थित आवास के अलावा रांची व कुल 24 स्थानों पर साथ दबिश दी.ईडी ने इन बालू कारोबारियों के यहां छापेमारी के दौरान अपना ध्यान वैसे दस्तावेजों पर केंद्रित किया जो सीधे-सीधे बालू के वैध और अवैध कमाई की कहानी बता रहे थे.

ईडी सूत्रों के अनुसार राधा चरण सेठ, सुभाष यादव, जगनारायण सिंह व अशोक कुमार के अलावा संजय सिंह के ठिकानों से कुछ अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं जिन्हें ईडी के अधिकारी साथ ले गए हैं. ईडी को बालू कारोबार में मोटी रकम के लेन-देन के भी प्रमाण मिले हैं. सभी दस्तावेजों की जांच के बाद प्रवर्तन निदेशालय आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेगा. इस मामले में ईडी फिलहाल आधिकारिक तौर पर कुछ कहने से बच रही है.

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By pnc

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