गृह मंत्री अमित शाह ने किया नेशनल एकेडमी ऑफ कॉस्टल पुलिसिंग का शिलान्यास
समुद्री तटों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
10 लाख से ज्यादा क्यूआर कोड वाले आधार कार्ड मछुआरों को मिलेंगे
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात के द्वारका में नेशनल एकेडमी ऑफ कॉस्टल पुलिसिंग के स्थायी परिसर का शिलान्यास किया. वहीं, उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने भारतीय नौसेना, इंडियन कोस्ट गार्ड, समुद्री पुलिस, कस्टम्स और मछुआरों के साथ मिलकर सुरक्षा का एक सुदर्शन चक्र बनाया है। अमित शाह ने द्वारका में 470 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले नेशनल एकेडमी ऑफ कोस्टल पुलिसिंग (एनएसीपी) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी. वहीं उन्होंने कहा कि खुले समंदर में भारतीय नौसेना के जहाज और विमानों द्वारा सुरक्षा की जाती है, मध्य समुद्र में भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल और टेरिटोरियल वाटर में बीएसएफ की वाटर विंग सुरक्षा का संचालन करते हैं। साथ ही यह भी कहा कि गांव में देशभक्त मछुआरे सूचना का माध्यम बनकर देश की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं.
गृह मंत्री ने कहा कि इन सभी आयामों पर भारत सरकार ने एक शांतिपूर्ण तटीय सुरक्षा नीति अपनाई है और एक एकीकृत दृष्टिकोण के माध्यम से देश के तटों को सुरक्षित करने का काम किया है. उन्होंने कहा कि तटीय सुरक्षा में लापरवाही के कारण हमारे देश को कई परिणाम भुगतने पड़े हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा क्योंकि समुद्री तटों पर भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोई भी देशभक्त नागरिक 2008 के मुंबई हमले को नहीं भूल सकता जिसमें एक छोटी सी गलती के कारण 166 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा विकसित तटीय सुरक्षा की नीति के बाद अगर दुश्मन ऐसी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश करेगा तो उसे यहां से करारा जवाब मिलेगा। शाह ने कहा कि इसके लिए यह ट्रेनिंग बहुत जरूरी है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कई स्तंभों पर इस तटीय सुरक्षा की नीति को तैयार किया गया है.इसमें तटीय सुरक्षा और इंटेलीजेंस के मामले में समन्वय और संवाद, संयुक्त तटीय गश्त द्वारा पेट्रोलिंग के प्रोटोकॉल तय करके निश्चित समय अंतराल पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था, मछुआरों की सुरक्षा, 10 लाख से ज्यादा क्यूआर कोड वाले आधार कार्ड मछुआरों को देना, 1537 फिशलीडिंग पॉइंट्स पर सुरक्षा की व्यवस्था को सुनिश्चित करना और ब्लू इकोनामी के लिए बनाए हुए सभी मत्स्य बंदरगाहों पर सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। उन्होंने कहा कि इन सभी को जोड़कर तटीय सुरक्षा के लिए एक अभेद्य किला बनाने का काम मोदी सरकार ने किया है.
शाह ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी ने सभी राज्य सरकारों को एक साथ रखकर देश के समुद्री तटों को सुरक्षित करने के लिए यहां इस ट्रेनिंग एकेडमी की स्थापना की है. शाह ने कहा कि भारत के पास 15,000 किलोमीटर लंबी भूमि सीमा और 7,516 किलोमीटर लंबी समुद्री सीमा है। उन्होंने कहा कि 7,516 किमी लंबी समुद्री सीमा में से 5,422 किमी मुख्य भूमि सीमा है और 2,000 किमी से अधिक द्वीप की सीमा है। इनमें 1,382 द्वीप, 3,337 तटीय गांव, 11 प्रमुख बंदरगाह, 241 गैर-प्रमुख बंदरगाह और 135 प्रतिष्ठान शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पहले इन सभी सुरक्षाकर्मियों के लिए कोई विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन अब इस ट्रेनिंग की भी व्यवस्था कर दी गई है.
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