भोजपुर के आरा में कई देशों के छात्रों ने किया शिरकत
दुनिया भर से 19 विद्यार्थी 2 शिक्षकों ने लिया भाग
बिहार के बारे में बने बुरे पूर्वग्रह को तोड़ना मुख्य मकसद: कुमार प्रशांत
घाना से निक, नाइजीरिया से ख़लील , विक्टोरिया जर्मनी से एबिलगे, इंडोनेशिया से मारिया ,पेरू से एंड्रिया ,साउथ अमेरिका से साना इस कार्यशाला में भाग लिया
आरा के गोढना रोड स्थित सेंटर ऑफ रेजिलिएंस में 7 दिवसीय अंतरास्त्रीय सस्टेनेबिलिटी वर्कशॉप कुमार प्रशांत की अगुवाई में संपन्न हुआ. वर्कशॉप में भाग लेने के लिए दुनिया भर से 19 विद्यार्थी 2 शिक्षक समान आरा भोजपुर में रहे और कई कार्य किये. वर्कशॉप के दौरों लोगों ने सेंटर ऑफ रेजिलिएशन के फ्लोटिंग हाउस प्रोजेक्ट पर काम किया. छात्रों ने पुराने पद्धतियों का उपयोग कर बांस का घर बनाना सीखा. उसे साथ- साथ गोबर मिट्टी तथा चुने से वैदिक ईंट का प्रोटोटाइप बनाना भी सीखा.
प्रशांत के मुताबिक इस तरह के वर्कशॉप से बिहार को लेकर देश के लोगों का नजारा बदलेगा. इस तरह के वर्कशॉप सब कराटे है कि बिहार एक शांति प्रिय, प्रोग्रेसिव तथा वेलकमिंग राज्य है. यूडब्ल्यूसी शिक्षक सानिध्य के मुताबिक यूडब्ल्यूसी के आने का मुख्य उद्देशय बिहार के बारे में बने बुरे पूर्वग्रह को तोड़ना था जिस तरह से काफी था तक हम सफल भी हुए.
नीदरलैंड के रहने वाली लिसा के अनुसार बिहार के बहुत ही सुंदर और विविध वाला प्रदेश है, यहां पर लोग काफी मिलनसार और स्वागत है. वर्कशॉप का आयोजन करने वाले कुमार प्रशांत गोहाना रोड के निवासी हैं. प्रशांत ने 4 सालों में 22 देशों की यात्रा अपनी मोटरसाइकिल से अपने साथी बेन रीड हॉवेल्स के साथ की थी. भारत से स्कॉटलैंड की इस यात्रा में प्रशांत और बेन ने केई देशों में इसी तरह की वर्कशॉप कर चुके है.
-रवीन्द्र भारती