जनता ने नेताजी को चांदी से तौला, फिर भी नही बदली इलाके की तस्वीर

प्रशांत किशोर का बीजेपी नेता राधा मोहन सिंह पर तंज, कहा – राधा मोहन सिंह को चांदी के सिक्कों से मोतिहारी के लोगों ने तौला था, फिर भी स्थिति जस की तस क्यों?

मोतिहारी (पूर्वी चंपारण), 5 जनवरी. “बिहार की शिक्षा व्यवस्था खराब इसलिए नहीं है कि सरकार इसे ठीक नहीं करना चाहती. शिक्षा व्यवस्था खराब इसलिए है क्योंकि आपको अपने बच्चों के भविष्य की फिक्र नहीं है. आज तक आपने सुना है कि शिक्षा के लिए लोग सड़क जाम या धरना प्रदर्शन पर बैठे हों? बिहार के लोग अगर अपने बच्चों का ख्याल नहीं रखेंगे तो और कोई नहीं रखेगा” उक्त बातें जनता को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कही. जन सुराज पदयात्रा के दौरान वे मोतिहारी प्रखंड के चंद्रहिया गांव में आम सभा को संबोधित कर रहे थे.




उन्होंने कहा कि आपके गांव में जो लड़के सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं उसकी पढ़ाई की क्या हालत है, उसे आप गांव वालों से बेहतर और कौन जान सकता है.अगर आप अपने बच्चों को शिक्षा देंगे ही नहीं तो वो मजबूरी में मजदूर ही बनेंगे। मैं आपसे आपके गांव वोट मांगने नहीं आया हूं, बस आपको ये समझाने आया हूं कि होशियार हो जाइए वरना नेताओ के चक्कर में जात-धर्म में पड़ कर आपकी और आपके बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाएगी.

प्रशांत किशोर ने जन सुराज पदयात्रा के 96वें दिन की शुरुआत चकिया प्रखंड अंतर्गत हरपुर पंचायत स्थित पदयात्रा शिविर में सर्वधर्म प्रार्थना से की. इसके बाद प्रशांत किशोर सैकड़ों पदयात्रियों के साथ ब्रह्मस्थान से निकले. आज जन सुराज पदयात्रा पूर्वी चंपारण के बथना, पंडितपुर, सलेमपुर होते हुए मोतिहारी शहर के हवाई अड्डा मैदान में रात्रि विश्राम के लिए पहुंची. प्रशांत अबतक पदयात्रा के माध्यम से लगभग 1200 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. इसमें 550 किमी से अधिक पश्चिम चंपारण में पदयात्रा हुई और शिवहर में उन्होंने 140 किमी से अधिक की पदयात्रा की. पूर्वी चंपारण में अबतक 500 किमी से अधिक पैदल चल चुके हैं. दिन भर की पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने 4 आमसभाओं को संबोधित किया और 5 पंचायत, 9 गांव से गुजरते हुए 16 किमी की उन्होंने पदयात्रा तय की. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने स्थानीय लोगों के साथ संवाद स्थापित किया.

जन सुराज पदयात्रा के दौरान एक आमसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं जब मोतिहारी में चल रहा हूं तो किसी ने मुझे आकर बताया कि मोतिहारी के लोगों ने 5 बार से सांसद रहे राधा मोहन सिंह को चांदी के सिक्कों से मोतिहारी के लोगों ने तौला था. मैं बोलता हूं आपने उन्हें चांदी के सिक्कों से तौला चाहे नहीं तौला, पर लोगों ने वोट करके उन्हें सोने के तिजोरी में बैठा तो दिया. आज बिहार में बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, किसानी, यूरिया और न जाने कितनी परेशानियों से लोग घिरे हैं. फिर भी आप लोग एक ही व्यक्ति को 5 बार से कैसे जीता रहें है? गलती हम में है, जो हम काम नहीं करने वाले नेताओं को सत्ता की कुर्सी में बार बार-बार बैठाते हैं.

जन सुराज पदयात्रा के दौरान पिपराकोठी प्रखंड के पंडितपुर गांव में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में शायद ही ऐसा कोई परिवार होगा जिसके घर से कोई आदमी रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में नहीं गया होगा. आज बिहार में एक बार कोई जवान हो गया तो अपने पीठ पर झोला लेकर रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में चला जाता है. अगर आपने उन्हें ट्रेन में जाते देखा होगा, तो पाया होगा कि भेड़-बकरी की तरह ट्रेन से जा रहे होते हैं दूसरे राज्यों में मजदूरी करने.

उन्होंने कहा कि गरीब घर के माँ-बाप अपने बेटे को पेट काट करके भूखे पेट बच्चों को जवान करते हैं, फिर मजबूरी में काम करने के लिए दूसरे राज्यों में भेज देते हैं. पूरी जवानी दूसरे राज्यों में काम करते है और साल में एक बार छठ में आते है. परदेश में छोटे-छोटे कमरों में 4 से 5 लोग रहते हैं और 12 से 14 घंटे ओवर टाइम काम करते हैं ताकि 12-15 हज़ार रुपये मिल सके, जिसमें से 5 से 6 हज़ार अपने घरों में भेज सके ताकि उनका बच्चा घर पर भूखे पेट न सोए.

PNCB

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