बचे हुए कार्य जल्द ही पूरे कर लिए जाएं
जल जीवन हरियाली अभियान की बैठक में डीडीसी ने तय किया लक्ष्य
लक्ष्य पूरा करने में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी
दरभंगा जिले की उप विकास आयुक्त अमृषा बैंस ने कहा है कि अगले तीन साल में मनरेगा योजना के तहत जिले के 383 तालाबों का जीर्णोधार करा लिया जाएगा. समय पर लक्ष्य पूरा करना है और इसमें किसी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. ये बातें उन्होंने लहेरियासराय के अंबेडकर सभागार में जल जीवन हरियाली अभियान की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही. उप विकास आयुक्त ने नाराजगी जताई कि वर्ष 2019-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य को कई विभागों ने पूरा नहीं किया है. उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि बचे हुए कार्य जल्द ही पूरे कर लिए जाएं. और साल 2022-25 के लिए संबंधित विभाग के अधिकारी अपने लक्ष्य के लिए अभी से लग जाएं.
बैठक के दौरान जल जीवन हरियाली के दायरे में आने वाले 11 कार्यों पर मंथन हुआ. कहा गया कि चिन्हित 08 कुँआ एवं 14 तालाब को अतिक्रमण मुक्त कराया जाना बाकि है. संबंधित अंचलाधिकारी को ये काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए गए. उप विकास आयुक्त ने इसके लिए एक सप्ताह की डेडलाइन दी.लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि उन्हें पाँच एकड़ से बड़े 24 तालाब जीर्णोद्धार के लिए मिले थे. उन्होंने स्वीकार किया कि 24 में से 19 में ही कार्य प्रारंभ हुआ और उनमें से 14 तालाबों का जीर्णोद्धार कार्य पूरा किया जा सका. वर्ष 2022 से वर्ष 2025 के लिए अतिरिक्त 24 तालाबों के जीर्णोद्धार का लक्ष्य दिया गया. लघु जल संसाधन विभाग ने तीन चेक डैम बनाया है. जबकि मनरेगा से 23 चेक डैम का निर्माण करवाया गया.
मनरेगा के तहत वर्ष 2022-25 के लिए निर्धारित 383 तालाबों में से 2022-23 में 36, 2023-24 में 147 एवं 2024-25 में 200 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया जाएगा. जिले के 39 छोटे तालाब और 74 पतले सिंचाई नहर के जीर्णोद्धार की बात कही गई. वर्ष 2019-22 के लिए मनरेगा के तहत चयनित 336 तालाबों में से 284 तालाब का ही जीर्णोद्धार हो सका. नगर निगम दरभंगा में 175 चापाकल के समीप सोख्ता बनवाया गया है तथा मनरेगा से 1600 चापाकल के किनारे सोख्ता बनवाया गया है. यह भी कहा गया कि खेत पोखर के रूप में 603 नए जल स्रोतों का निर्माण हुआ है.
संजय मिश्र,दरभंगा