पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप
दानापुर।। शराब बेचने के जुर्म में जेल में सजा काटने के लिए गये एक अभियुक्त की इलाज के दौरान पीएमसीएच में मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों ने पुलिस पर पिटाई से मौत होने का इल्जाम लगाया है. आक्रोशित लोगों ने लापरवाह पुलिसकर्मियों पर बर्खास्तगी की मांग की है. दानापुर थानाध्यक्ष कमलेश्वर प्रसाद सिंह को निलंबित करने करने की मांग कर रहे हैं. मौके पर दानापुर, दीघा , रुपसपुर, शाहपुर सहित भारी संख्या में पुलिस बल को मौजूद किया गया है. आक्रोशित लोगों को समझाने बुझाने का प्रयास जारी है. इसी बीच में आक्रोशित लोगों ने थानेदार के साथ नोकझोंक एवं गाली गलौज की है.
आक्रोशित लोगों ने कई वाहनों में की तोड़फोड़ एवं यात्रियों के साथ मारपीट कर अफरा तफरी का माहौल बना दिया. हालांकि मौके पर पहुंची पुलिस टीम लोगों को किसी तरह शांत कराने में कामयाब हुई.
घटना के सम्बन्ध में बताया जा रहा है कि पिछले 15 नवंबर को शराब बेचने के आरोप में दानापुर के गांधी नगर गाभतल के रहने वाले दीनानाथ सिंह के पुत्र उपेन्द्र सिंह को दानापुर पुलिस ने 20 लीटर शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की पूछताछ व कानूनी प्रक्रिया के बाद 16 नवंबर को उसे न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल भेजा गया था. मृतक के पिता दीनानाथ सिंह ने बताया कि उसका पुत्र बेऊर जेल के गेट पर पहुंचते ही गिर कर बेहोश हो गया था तब पुलिस के द्वारा उसे इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया. जहां शनिवार की देर शाम इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मृतक के पिता दीनानाथ सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि हिरासत में उसके पुत्र के साथ मारपीट की गई थी जिससे उसे काफी अदरूनी चोट आई थी. पुलिस की पिटाई से ही उसके पुत्र की मौत हुई है. वहीं मौत की खबर सुनकर पीएमसीएच पहुंची मृतक की पत्नी रेणु देवी शव से लिपटकर चित्कार उठी. परिजनों के मुताबिक मृतक के 2 पुत्र व 2 पुत्रियां हैं.
इस संबंध में दानापुर थानाध्यक्ष कमलेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि शराब बेचते हुए उपेन्द्र सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था. जहां उसकी तबियत बिगड़ने ने पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था जहां इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई. थानाध्यक्ष ने आरोप को निराधार बताया है. मामले की छानबीन की जा रही है.
अजीत