सासाराम में पत्रकार की हत्या, पत्थर माफिया पर संदेह

By Amit Verma Nov 12, 2016

बिहार में अपराधियों का तांडव

सासाराम में पत्रकार की गोली मारकर हत्या




दैनिक भास्कर के पत्रकार धर्मेन्द्र सिंह की हत्या

पत्थर माफिया से जुड़े हो सकते हैं हत्याकांड के तार

file-photo-dharmendraबिहार में अपराधियों का उत्पात जारी है. शनिवार सुबह सासाराम में बाइक सवार अपराधियों ने दैनिक भास्कर के पत्रकार धर्मेन्द्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना मुफस्सिल थाना के अमरा तालाब की है. जानकारी के मुताबिक आज सुबह वे अपने घर के पास ही चाय की दुकान में चाय पी रहे थे. तभी एक बाइक पर सवार तीन अपराधियों ने उन्हें सीने में गोली मार दी. स्थानीय लोगों ने आनन फानन में उन्हें सासाराम के सदर अस्पताल में भर्ती कराया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें वाराणसी रेफर कर दिया गया. वाराणसी में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

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दिवंगत धर्मेन्द्र सिंह

पुलिस मामले की छानबीन तथा अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये छापामारी कर रही है. घटना के बाद पत्रकारों में जबरदस्त गुस्सा है.

बता दें कि अभी सीवान के पत्रकार राजदेव की हत्या की गुत्थी सुलझी नहीं है कि दूसरे पत्रकार की भी हत्या सूबे में हो गयी. पत्रकारों के कलम से घबराए लोग ऐसी घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश में हैं जिन्हें राजनेताओं से बैक सपोर्ट मिल रहा है. अब चौथे खंभे की आवाज बंद करने की कोशिश जारी है.

जर्नलिस्ट्स यूनियन ऑफ़ बिहार  ने घटना की कड़े शब्दों में निन्दा की है और अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है.

‘घटना अत्यंत दुखद है. सरकार और प्रशासन बताएं आखिर कब तक हम शिकार होते रहेंगे. अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी होनी चाहिए’.

सुधीर मधुकर, महासचिव, जर्नलिस्ट यूनियन ऑफ बिहार

इस घटना ने सुशासन सरकार की पोल खोल दी है पत्रकार के परिजनों को मुआवजा जल्द मिले .दोषियों की जल्द गिरफ्तारी हो -अमिताभ ओझाप्रेस फाउंडेशन ऑफ़ इंडिया(पीएफआई) के प्रदेश अध्यक्ष 

इधर घटना पर दुःख जताते हुए भोजपुर प्रेस क्लब के सचिव मंगलेश तिवारी ने कहा कि तीन दिनों तक काला बिल्ला लगाकर पत्रकारिता करने का निर्णय लिया गया है. अगर इन तीन दिनों में अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो चरणबद्ध आन्दोलन किया जायेगा. भोजपुर प्रेस क्लब के सचिव ने रोहतास एसपी से बात कर ह्त्याकांड के पहुलओं की गम्भीरता से जांच कर हत्या के दोषियों पर कार्रवाई कर न्यायिक जांच की मांग की है. पत्रकारों ने कई वाट्सअप ग्रुप के डीपी ब्लैक करने का निर्णय लिया है.

रिपोर्ट -सासाराम से ओ.पी पाण्डेय

 

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