राजद के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद का है बेटा
सिपाही के बयान पर हुआ है एफआईआर दर्ज
पटना में राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद के बेटे अशरफ अहमद को डीएसपी से दबंगई और बदसलूकी करने के मामले में पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. उनके पिता अनवर अहमद को भी थाने में बैठाकर रखा गया है. पीरबहोर थाना के एसएचओ सबिउल हक़ ने पूरे घटना की जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले पुलिस के साथ मारपीट की जो घटना हुई थी उसको लेकर जांच के लिए वरिष्ठ अधिकारी आए हुए थे. घटनास्थल का निरीक्षण के बाद जहां घटना घटी थी, वहां के एक दुकानदार को पूछताछ के लिए लाया गया था. इस बीच वार्ड पार्षद अशरफ अहमद आए और उसे छोड़ने के लिए दबाव बनाने लगे. इसी बात को लेकर डीएसपी से बहस और दुर्व्यवहार करने लगे. ऑन ड्यूटी अफसर के साथ थाने के अंदर गालियाँ देने और गलत शब्दों का इस्तेमाल करने लगे जिसके बाद उसे हिरासत में लिया गया है .खुद पीरबहोर थाने के थानेदार ने मीडिया के सामने कबूल किया कि जब वह कानून को रौंद रहा था तो पुलिस उसे समझा रही थी. पुलिस ने उसे काफी देर तक समझाया लेकिन वह नहीं माना. डीएसपी के साथ गालीगलौज कर कॉलर पकड़ने वाले राजद नेता के बेटे को पुलिस ने ये सब होने के बाद घंटो थाने में मेहमान की तरह बिठाये रखा.
स्टेशन हाउस ऑफिसर सबिउल हक़ ने बताया कि बीते दिनों एक वीडियो वायरल हुआ था. पुलिस इस वायरल वीडियो पर पिछले 10 दिनों से काम कर रही थी. गुरुवार को जब पुलिस इस मामले में आरोपियों को पकड़ने के लिए पटना मार्केट के मीना बाजार गई थी. तब वहां कुछ लोग भूजा खा रहे थे.स्टेशन हाउस ऑफिसर ने कहा, ‘वहां कुछ नहीं मिला लेकिन पुलिस जैसे ही पटना मार्केट के गेट पर पहुंची 4 लोग हमें देख कर भागने लगे. पुलिस ने उनमें से 2 को पकड़ लिया. इसी बीच सिया मस्जिद के पास लोगों की बैठक होनी थी. उन्हीं लोगों ने सिपाहियों पर हमला करके पकड़े गए आरोपियों को छुड़ा लिया और इस दौरान एक सिपाही को बुरी तरह से पीट दिया.
पीरबहोर थाना के स्टेशन हाउस ऑफिसर सबिउल हक़ ने आगे बताया कि पुलिस फिर आई और उस आरोपी को पकड़ लिया जिसने सिपाही को पीटा था. उन्होंने कहा, फिर कुछ लोग थाने पर आकर उसे छुड़ाने लगे. 50-60 कि संख्या में आए लोग दबाव बनाने लगे कि पकड़ा गया शख्स मासूम है. उन्होंने कहा कि पुलिस की तरफ से उन्हें बताया गया कि अगर वो मासूम है तो उसे छोड़ दिया जाएगा, लेकिन इस तरह से थाने पर आना उचित नहीं था. सिपाही का बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जा रही है और एफआईआर भी दर्ज की गई है.
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