महारानी ने 70 साल तक शासन किया
1952 में गद्दी पर बैठी थीं महारानी
तीन बार भारत आईं एलिजाबेथ II, 1961 में गणतंत्र दिवस पर थीं चीफ गेस्ट
73 साल की उम्र में प्रिंस चार्ल्स ‘महाराज चार्ल्स तृतीय’ बने
ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को स्कॉटलैंड के बालमोरल कैसल में निधन हो गया. वह 96 वर्ष की थीं. महारानी ने 70 साल तक शासन किया. उनके निधन के साथ ही ब्रिटेन के इतिहास में किसी शासक के सबसे लंबे समय तक किये गये शासन का अंत हो गया. गुरुवार को सुबह उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंताएं बढ़ने के बाद उनका परिवार एबरडीनशायर में उनके स्कॉटिश इस्टेट में इकट्ठा होने लगा. ब्रिटिश इतिहास में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया. वह 96 वर्ष की थीं. बकिंघम पैलेस ने एक बयान में उनकी मृत्यु की घोषणा की, जिससे 10 दिनों का राष्ट्रीय शोक शुरू हो गया. 73 साल की उम्र में प्रिंस चार्ल्स ‘महाराज चार्ल्स तृतीय’ बने हैं.
महारानी 1952 में गद्दी पर बैठी थीं और वह अभूतपूर्व सामाजिक परिवर्तन की गवाह रहीं. उनके निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे और उत्तराधिकारी चार्ल्स 14 राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के प्रमुख के रूप में उनके अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे. डॉक्टरों द्वारा महारानी को चिकित्सकीय देखरेख में रखने के बाद चार्ल्स और महारानी के करीबी परिवार के सदस्य एबरडीन के पास बालमोरल पहुंचे. उनके पोते प्रिंस विलियम, उनके भाई प्रिंस हैरी के साथ रास्ते में हैं.
एलिजाबेथ द्वितीय 1952 में उस वक्त ब्रिटेन की महारानी बनी थीं, जब उनके पिता जॉर्ज षष्टम की मौत हो गई थी. महज 25 साल की उम्र में ब्रिटेन की महारानी का ताज एलिजाबेथ द्वितीय के सिर पर सजा था. मौजूदा समय में 15 संप्रभु राष्ट्रों की महारानी रहीं एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गई हैं.
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) का गुरुवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया. 96 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा. एलिजाबेथ द्वितीय 1952 में उस वक्त ब्रिटेन की महारानी बनी थीं, जब उनके पिता की जॉर्ज षष्टम की मौत हो गई थी. महज 25 साल की उम्र में ब्रिटेन की महारानी का ताज एलिजाबेथ द्वितीय के सिर पर सजा था. वे दुनिया की इकलौती ऐसी महिला थीं, जिन्हें विदेशी दौरे के लिए पासपोर्ट या वीजा की जरूरत नहीं पड़ती थी. मौजूदा समय में 15 संप्रभु राष्ट्रों की महारानी रहीं एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे अरबों की संपत्ति छोड़ गई हैं.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की नेट वर्थ को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट्स में कई दावें किए गए हैं. Fortune के अनुसार, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे 500 मिलियन डॉलर (39,858,975,000 रुपये) की संपत्ति छोड़ गई हैं. ये संपत्ति प्रिंस चार्ल्स को किंग बनने पर विरासत में मिलेगा. महारानी ने अपने निवेश, कला संग्रह, ज्वैलरी और रियल एस्टेट होल्डिंग्स से व्यक्तिगत संपत्ति में के रूप में 500 मिलियन डॉलर से अधिक की रकम जमा किए थे. इसमें सैंड्रिंघम हाउस और बाल्मोरल कैसल शामिल हैं. अब जब उनकी मृत्यु हो गई है, तो उनकी ज्यादातर निजी संपत्ति प्रिंस चार्ल्स को सौंप दी जाएगी.
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