प्रबुद्ध लोगों के साथ किया संवाद, 2 अक्टूबर से एक साल तक चलेगा पदयात्रा का अभियान
सीतामढ़ी,06 सितंबर (ओ पी पांडेय). जन सुराज अभियान की शुरुआत करने के बाद PK का बिहार के अलग-अलग जिलों में जाने का सिलसिला जारी है, इसी क्रम में वे सोमवार को सीतामढ़ी पहुंचे. सीतामढ़ी पहुंचने पर सबसे पहले PK ने पुनौरा के जानकी मंदिर पहुंच कर पूजा अर्चना की, और फिर शहर के स्थानीय होटल में जिले के पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े जनप्रतिनिधियों,प्रबुद्ध नागरिकों, महिलाओं एवं युवाओं के साथ जन सुराज की सोच पर संवाद किया.
जन सुराज PK का दल नहीं बल्कि बिहार के लोगों का दल होगा
PK प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्थानीय मीडिया से मुखातिब हुए और हर जगह की तरह पूर्ववत जन सुराज अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि “जन सुराज अभियान का मकसद बिहार में सत्ता परिवर्तन करना नहीं है, इस अभियान का मकसद बिहार में व्यवस्था परिवर्तन है, इसलिए बिहार के विभिन्न हिस्सों में वे जा रहे हैं और समाज को समझने का प्रयास कर रहे हैं.
इसी कार्यक्रम के विस्तृत स्वरूप के तहत 2 अक्तूबर से गांधी आश्रम पश्चिम चंपारण के 3 हजार किमी लंबी पदयात्रा की वे शुरुआत करेंगे. यह पदयात्रा लगभग एक से डेढ़ साल तक चलेगी और वे इसके माध्यम से बिहार के हर गांव,गली,प्रखंड तक जाने का प्रयास करेंगे. अगर पदयात्रा के बाद सब लोगों की सहमति से कोई दल बनता भी है तो वो बिहार के सभी सही लोगों का दल होगा, प्रशांत किशोर का दल नहीं होगा. उन्होंने मीडिया से कहा कि वे उस दल का अध्यक्ष नहीं बनेंगे. सब मिलकर अगर तय करेंगे तो दल बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि वे अभी लोगों से बात कर उनकी समस्याओं को समझने में अपना पूरा वक्त लगा रहे हैं”
समग्र विकास का ब्लूप्रिंट पदयात्रा के बाद जारी होगा
PK ने कहा कि बिहार विकास के तमाम मापदंडों पर देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शामिल है. 60 के दशक के बाद से ही बिहार पिछड़ता चला गया. बिहार की बदहाली के लिए बिना किसी व्यक्ति या दल को दोष दिए उन्होंने इसके लिए शासन करने वाले सभी लोगों की सामूहिक विफलता बताया. उन्होंने कहा कि वे 2 अक्तूबर से शुरू हो रहे पदयात्रा के माध्यम से बिहार के हर गांव, प्रखंड में जाना चाहते हैं और घर का दरवाजा खटखटाना चाहते हैं, ताकि बिहार के वास्तविक मुद्दों को समझ सकें. इसके बाद बिहार के समग्र विकास के लिए 10 सबसे महत्वपूर्ण विषय जैसे शिक्षा, स्वास्थ, सड़क, रोजगार आदि पर एक विस्तृत ब्लूप्रिंट जारी करेंगे और उसमे सिर्फ समस्या नहीं गिनाएंगे बल्कि उसका ठोस समाधान भी बताएंगे. ये पूरा ब्लूप्रिंट जमीन पर लोगों से बात कर बनाई जाएगी, इसके बाद भी अगर कोई व्यक्ति इसमें कुछ सुझाव देना चाहते हैं तो वो भी दे सकते हैं.