बिहार में सूखे को लेकर जताई चिंता
39 फीसदी कम हुई बारिश
राज्य के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार
बिहार में कानून का राज स्थापित
76वें स्वतंत्रता दिवस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गांधी मैदान में आयोजित राजकीय समारोह में तिरंगे झंडे को फहराया तथा परेड की सलामी ली इस दौरान उन्होंने देश के आजादी की लड़ाई लड़ने वाले स्वतंत्र सेनानी को याद किया तथा कहा कि उनके योगदान के कभी भुलाया नहीं जा सकता. इस दौरान तीनों सेनाओं के योगदान को भी उन्होंने याद किया. साथ ही राष्ट्रमंडल खेलो में खिलाड़ियों के बेहतरीन प्रदर्शन को लेकर उन्हें बधाई दी.
अपने संबोधन में बिहार के सीएम ने सबसे पहले इस साल सूखे को लेकर अपनी चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि इस साल औसत से 39 फीसदी कम बारिश हुई है. जिसके कारण खेतों में 80 फीसदी ही धान की रोपनी का काम किया जा सका है. हमारी सरकार की कोशिश है कि सभी किसानों को सिंचाई के लिए किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए हर एक किसान को डीजल पर 75 रुपए प्रति लीटर अनुदान दिया जा रहा है.
सीएम नीतीश कुमार ने बताया कि अब तक डीजल अनुदान को लेकर एक लाख से अधिक किसानों के आवेदन मिल चुके हैं. जिसमें अब 11,243 किसानों को लाभ दिया जा चुका है. सीएम ने बताया कि इसके साथ ही सिंचाई के लिए 16 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है. साथ ही सिंचाई में दिक्कत न हो, इसके लिए खराब पड़े ट्रांसफॉर्मर को बदला जा रहा है.सीएम नीतीश कुमार ने उन किसानों के लिए बड़ी घोषणा की है, जो अब तक धान की रोपनी नहीं कर पाए हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि ऐसे सभी किसानों को कम अवधि वाले फसल के बीज निशुल्क उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि उन्हें भी किसी प्रकार का नुकसान नहीं उठाना पड़े.
हमारा शुरू से ही संकल्प है कि राज्य के खजाने पर आपदा पीड़ितों का पहला अधिकार है. यहाँ हर आपदा पीड़ित को सहायता दी जाती है, चाहे सुखाड़ हो या बाढ़ हो. आपदा की स्थिति से निपटने के लिए विद्यालयों में कई तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. बिहार में कानून का राज स्थापित है. हमारा उद्देश्य है कि जो लोग क्राइम करते हैं, उन पर पुलिस अपना काम करे और कोई भी अपराधी बच न पाये. भविष्य में गंगा पथ को पूरब की ओर बख्तियारपुर ताजपुर पुल तथा पश्चिम की ओर आरा-छपरा पुल से भी मिला दिया जायेगा.
वर्ष 1917 में हुए चम्पारण सत्याग्रह एवं बापू के बिहार आने की स्मृति में मोतिहारी तथा बेतिया में 2000 क्षमता के चम्पारण सभागार का निर्माण पूरा हो चुका है तथा मुजफ्फरपुर में सभागार का निर्माण कार्य चल रहा है. इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण भवनों का निर्माण भी किया जा रहा है उनमें वैशाली में बुद्ध सम्यक् दर्शन संग्रहालय एवं बुद्ध स्मृति स्तूप शामिल हैं.मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना करा रही है. राज्य स्तर पर इसकी जिम्मेदारी सामान्य प्रशासन विभाग तथा जिला स्तर पर जिला पदाधिकारियों को दी गयी है. इस कार्य में विभिन्न विभागों के अधीनस्थ कर्मियों की सेवायें ली जायेगी.
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