कस्तूरबा विद्यालय संचालन को लेकर सरकार सख्त

बिहार के तमाम कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की संचालन व्यवस्था को लेकर शिक्षा विभाग ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की. पटना में आयोजित एक दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिस उद्देश्य से उस कस्तूरबा गांधी विद्यालय का संचालन हो रहा है उसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

सर्वप्रथम राज्य परियोजना निदेशक असंगबा चुबा आओ के द्वारा बिहार के सभी जिलों से आये हुए कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय के संचालकों, वार्डेन एवं समस्त पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए KBGV के उद्देश्यों को विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला गया. इस क्रम में यह भी बताया गया कि इस विद्यालय में समाज के कमजोर वर्ग यथा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग / अत्यन्त पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदाय एवं BPL परिवार की छात्राओं को आवासीय सुविधा उपलब्ध कराया जाता है ताकि इन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराया जा सके. सरकार की इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम की सफलता को सुनिश्चत कराने की सम्पूर्ण जबाबदेही जिला शिक्षा पदाधिकारी से लेकर वार्डेन तक की है.




वहीं रवि शंकर सिंह, अपर राज्य परियोजना निदेशक (कार्यक्रम) के द्वारा कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की पृष्ठभूमि उद्देश्य विद्यालयों की वर्त्तमान स्थिति यथा- बालिकाओं का नामांकन, ठहराव, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आदि पर एक प्रस्तुतिकरण किया गया. साथ ही कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय के संचालन से संबंधित चुनौतियाँ एवं भावी रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गयी. इसके उपरांत कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय की दो-दो वार्डेन एवं संचालकों के द्वारा अपने अनुभव को साझा किया गया. इस क्रम में राज्य स्तर के पदाधिकारियों द्वारा किये गये औचक निरीक्षण के दौरान कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय के संबंध में अपने अनुभव को साझा किया गया एवं इस विद्यालय के संचालन में पायी गयी खामियों को रेखांकित किया गया.

अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग के द्वारा अपने अध्यक्षीय संबोधन में कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में व्याप्त खामियों को दूर करने हेतु इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम में उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (E.E & SSA), जिला जेन्डर समन्वयक संचालक एवं वार्डेन को निर्धारित समयावधि के अंदर तीन प्रकार के लक्ष्य दिये गये.

  1. 23 जुलाई 2022 की तिथि से दो दिनों के अंदर सभी कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में सभी प्रकार के पंजियों का संधारण, वित्तीय अनुशासन का अनुपालन, निर्धारित मेनू के अनुसार बालिकाओं को भोजन / नाश्ता, समय-सारणी के अनुसार पठन-पाठन तथा शत्-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराने हेतु अविलंब कार्रवाई की जाय.
  2. एक सप्ताह के अंदर प्रावधान के अनुसार बालिकाओं को देय सभी सुविधाएँ. पाठ्य-पुस्तक एवं खेल सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय / करायी जाय.
  3. इस क्रम में तीसरा लक्ष्य दिया गया कि अगस्त माह के अंत तक सभी कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में निर्धारित क्षमता के अनुसार शत-प्रतिशत नामांकन एवं उपस्थिति, सभी नामांकित बच्चों को करोना का दो-दो डोज देते हुए हेल्थ चेकअप करवाना तथा कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में वार्डेन, शिक्षिका एवं अन्य कर्मियों के रिक्त पदों पर नियोजन हेतु प्रक्रिया प्रारंभ करना सुनिश्चित किया जाय.

पटना के श्रीकृष्ण स्मारक भवन में आयोजित एक दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम में बिहार के सभी 634 कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों के संचालक वार्डेन, जिला जेन्डर समन्वयक, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (E.E & SSA) तथा जिला शिक्षा पदाधिकारी मौजूद थे. एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् के द्वारा किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता दीपक कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग द्वारा की गयी.

अपर मुख्य सचिव ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निदेश दिया है कि अभिवंचित वर्ग के बालिकाओं के लिए कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में प्रावधानित किसी भी कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी तथा उनके लिए दोषी पदाधिकारियों एवं कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में संचालन व्यवस्था दुरुस्त करने के उद्देश्य से राज्य के कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का गहन निरीक्षण जारी रहेगा तथा ऑन स्पॉट भी कार्रवाई की जाएगी.

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By dnv md

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