अमरनाथ यात्रा खत्म होने से पहले ही 95 प्रतिशत पिघल गए बाबा बर्फानी
ग्लोबल वार्मिंग का असर वहां भी दिखने लगा
मात्र 18 दिन में अंतरध्यान होने लगा शिवलिंग
अमरनाथ यात्रा पर गए श्रद्धालुओं को थोड़ी निराशा हो सकती है। पवित्र अमरनाथ गुफा में बर्फानी बाबा का शिवलिंग इस बार समय से काफी पहले ही 18 दिन में पिघलने लगा है. बाबा के समय से पहले ही अंतर्ध्यान होने की वजह से वहां पर पहुंचने वाले भक्तों को उनका दर्शन शायद नहीं मिल सकेगा. हालांकि 30 जून से शुरू हुई यात्रा में अब तक दो लाख से ज्यादा श्रद्धालु बाबा का दर्शन कर चुके हैं, लेकिन अब भी काफी श्रद्धालुओं को दर्शन करना है और वे यात्रा पर निकल चुके हैं.
पिछले दो साल से कोविड के चलते यात्रा बंद थी. इस बार यात्रा शुरू हुई तो ग्लोबल वार्मिंग का असर वहां भी दिखने लगा. बताया जा रहा है कि लाखों श्रद्धालुओं के आने की वजह से बढ़ता तापमान और बादल फटने से बर्फ का शिवलिंग समय से काफी पहले पिघल गया है. 12 अगस्त को यात्रा का समापन होगा, लेकिन करीब 25 दिन पहले ही बाबा का 95 फीसदी शिवलिंग पिघल गया है. इससे श्रद्धालुओं को उनका दर्शन अब नहीं मिल सकेगा. श्रद्धालुओं के सामने बाधा की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले इस महीने 8 जुलाई को अचानक आई बाढ़ के कारण यात्रा रोक दी गई थी.
कैसे बनता है शिवलिंग
वैज्ञानिकों के मुताबिक गुफा में ऊपर से एक दरार से पानी की बूंदे टपकती है और फिर शिवलिंग का निर्माण होता है. काफी ठंड की वजह से ये पानी की बूंदे जम जाती है और शिवलिंग के आकार में ढलती है. ऐसा माना जाता है कि ये शिवलिंग चांद की रोशनी के आधार पर घटता-बढ़ता है. PNCDESK