इंडिगो ने बनाया हवाई सफर को डरावना

यात्रियों को वेब चेक इन को मजबूर करने वाली इंडिगो का फ्लाइट कैंसल की सूचना भी नहीं




पटना, 4 जून (ओ पी पांडेय). अगर आप हवाई सफर करते हैं और वेब-चेक इन नही हो रहा है तो सावधान हो जाइए! हो सकता है आपकी यात्रा रद्द हो जाए! जी हां, आजकल ऐसी प्रॉब्लम देखने को मिल रही है. अपनी सर्वश्रेष्ठ सर्विस के लिए जाने जाने वाले एयरलाइंस कंपनिया भी अब अपने घटिया सर्विस से इस क्षेत्र की छवि भी धूमिल करने लगी है. ताजा मामला बिहार के पटना एयरपोर्ट का है.

रांची हवाई अड्डे पर एक विकलांग बच्चे के प्रति असंवेदनशीलता के लिए दंडित होने के बाद भी इंडिगो अपनी संवेदनहीनता के चरम पर पुनः कायम है. इंडिगो के बारे में एक और डरावनी कहानी जानिए पटना नाउ की जुबानी इस स्पेशल रिपोर्ट में.


दरअसल बिहार में आधिकारिक यात्रा पर आए एक केंद्र सरकार अधिकारी की यात्रा की कहानी है जिन्हे हवाई यात्रा की सुविधा देने वाली इंडिगो के सर्विस की कहानी है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन नई दिल्ली के एक सीनियर अधिकारी डॉ कुमार राका आधिकारिक यात्रा पर गया आए हुए थे.

उन्होंने रिटर्निंग टिकट इंडिगो 6E 6962 से पटना से हैदराबाद और इंडिगो 6E 7201 से हैदराबाद से विजयवाड़ा के लिए 28 मई 2022 पीएनआर-IHL55Y पर बुक किया था. अपनी यात्रा के दौरान वे वेब-चेक इन करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन कई बार कोशिश के बाद भी वे असफल रहे. उसके बाद उन्होंने निराश होकर उन्होंने अपने कार्यालय के जरिए इंडिगो कस्टमर केयर को फोन कर उक्त समस्या से अवगत कराया. कस्टमर केयर ने बताया कि ऑनलाइन वेब-चेक इन में कुछ समस्याएँ हैं इसलिए हवाई अड्डे पर आगमन पर बोर्डिंग पास जनरेट कर दिया जाएगा.

फ्लाइट संख्या 6E 6962, 28 मई, 2022 को पूर्वाह्न 1:40 बजे थी. हवाई अड्डे में प्रवेश करने के दौरान ही CISF के जवानों ने उन्हें बताया कि उक्त उड़ान पिछले 3-4 दिनों से रद्द है. उन्होंने जब इसका सॉल्यूशन पूछा तो इंडिगो काउंटर पर जाने का सुझाव मिला.

इंडिगो काउंटर पर पहुंचने के बाद, वही बात सुनाई गई कि उड़ान रद्द कर दी गई है और उन्हें इंडिगो की अगली उपलब्ध उड़ान का विकल्प चुनना है. परेशान, हैरान अधिकारी डॉ. कुमार राका ने इंडिगो काउंटर पर लगभग 90 मिनट तक प्रतीक्षा किया और उसके बाद उन्हें 6E 432 और 6E 7213 में उनके गंतव्य के लिए 12 घंटे से अधिक की देरी के साथ अगली उड़ान का टिकट मिला.

विमान कंपनी इंडिगो की इस गलती और देरी की वजह से अधिकारी को उनके गंतव्य पर होने वाली उनकी आधिकारिक बैठके स्थगित करनी पड़ी.

लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि उड़ानें रद्द होने की सूचना इंडिगो की ओर से न तो किसी ईमेल,कॉल,मैसेज या व्हाटसएप के जरिए दी गई. यही नहीं उनके लिए मूल उड़ान में जो भोजन बुक किया गया था वह भी उन्हें प्रदान नही किया गया. उन्होंने अपने उक्त आपबीती को सोशल मीडिया से साझा करते हुए लिखा है कि वे एक उत्तर भारतीय हैं और उन्हें उनके क्षेत्र में ही इंडिगो विमान कंपनी द्वारा जो डरावना सफर का एहसास करवाया गया वह विमान सेवा देने वाली कंपनियों के लिए शर्मनाक है.

इंडिगो लगातार इस लचर सर्विस के जरिए जो अभ्यास कर रही है वह देश के विमानन उद्योग के लिए शर्म की बात है. यातायात के लिए सबसे सुरक्षित और सम्मान का सर्विस समझे जाने वाले विमान सेवा का जब ये हाल है तो बाकि के बारे में क्या सोच बनेगी. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से यह पोस्ट लोगों को सतर्क करते हुए लिखा है और अबतक इसपर अपनी संवेदनहीनता दिखाने वाली इंडिगो जैसी कंपनियों पर संज्ञान लेने के लिए अधिकारियों से अनुरोध किया है.

जब एक सरकार के बड़े अधिकारी के साथ इंडिगो कंपनी का यह रवैया है तो एक आम आदमी के लिए उसका क्या रवैया होगा इसे समझा जा सकता है. बहरहाल अब देखना दिलचस्प होगा कि इंडिगो के इस गलती के लिए उसे क्या पेनाल्टी देना पड़ता है. लेकिन आप एक बार हवाई सफर से पहले ऐसी कंपनियों के खिलाफ जरूर खड़े हों ताकि आम लोगों के लिए विमान का सफर सचमुच सुहाना और यादगार बन सके न कि डरावना और दुखद.

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