नही रहे सुरों के सरताज केके


मुंबई. बॉलीवुड में अपनी आवाज की जादूगरी से सबको मोहने वाले 53 वर्षीय गायक केके ने 31 मई को दुनिया को अलविदा कह दिया. उनका निधन दिल का दौरा पड़ने के कारण हो गया. केके की कोलकात्ता के नजरुल मंच पर एक लाइव प्रोग्राम के लिए पहुंचे थे जहां उनकी तबीयत बिगड़ गई,जिसके बाद वे होटल लौट आए और वहां अचानक गिर पड़े. रात के करीब दस बजे उन्हें कोलकत्ता के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

लेकिन सूत्रों की माने तो उनके मौत पर केस दर्ज किया गया है. केस दर्ज करने की वजह केके के चेहरे और सिर पर चोट के निशान बताए जा रहे हैं. केके के निधन की असली वजह का पता पोस्टमॉर्टम के बाद ही चल पाएगा. इस बीच केके का परिवार भी आज कोलकाता पहुंच रहा है.




उपराष्ट्रपति ने जताया शोक

केके के निधन पर उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से वे व्यथित हैं. अपनी भावपूर्ण आवाज और मधुर गायन के लिए जाने जाने वाले केके का निधन संगीत की दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है. शांति!

केके : एक परिचय
केके का जन्म 23 अगस्त 1970 को केरल के त्रिश्शूर में एक मलयाली परिवार में हुआ था उनका पूरा नाम कृष्णकुमार कुन्नथ था. वे भारत के एक सफल पार्श्व गायक थे. वे हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में एक प्रमुख गायक के रूप में रहे. वे नई दिल्ली में पले बढे और माउंट सेंट मैरी स्कूल से पढ़ाई की. बॉलीवुड में ब्रेक से पहले उन्होंने 3,500 विज्ञापनों के लिए गीत गाया था. 1999 के विश्व कप क्रिकेट के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए “जोश ऑफ़ इंडिया” गाना भी गाया था. बॉलीवुड में आने के बाद फिर तो उनकी आवाज ने धमाल ही मचा दिया था.

केके के निधन के बाद पूरा बॉलीवुड शोक की लहर में है. न सिर्फ बॉलीवुड बल्कि केके की आवाज के दीवाने दुनिया भर से इस खबर के बाद हतप्रभ हैं. सोशल मीडिया के जरिए केके को लाखों लोगों ने श्रद्धांजलि दिया है. सब यही कह रहे हैं कि केके की रिक्तता को भरना संभव नहीं है. हमारे बीच से एक अच्छी आवाज चली गई.

PNCB

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